बीएमसी ने बुधवार यानी 9 सितंबर को कंगना रनौत के ऑफिस में तोड़-फोड़ की. BMC की ओर से कहा गया था कि कंगना के ऑफिस में गलत तरीके से निर्माण किया गया है. इसी कारण से उन्होंने कंगना को नोटिस भेजा था और एक दिन में जवाब मांगा था. जवाब न मिलने की स्थिति में बीएमसी ने बुधवार को उनके ऑफिस में तोड़-फोड़ की. वहीं कंगना के वकील का कहना है कि सबकुछ परमिशन के अनुसार बना है और हमने बीएमसी को जवाब भेज दिया था.
इसी बीच खबरें हैं कि बीएमसी ने जिस दिन कंगना को नोटिस भेजा था उसी दिन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा को भी नोटिस भेजा था.
क्या हैं मनीष पर आरोप?
मनीष पर आरोप है कि उन्होंने अपने रेजिडेंशियल स्पेस को अवैध तरीके से कमर्शियल प्रॉपर्टी में बदला. बीएमसी ने मनीष मल्होत्रा के बंगलेे पर हुए अवैध निर्माण पर आपत्ति जताई है. मनीष को नोटिस MMC एक्ट की धारा 342 और 345 के तहत भेजा गया है.
मनीष का ये बंगला मुंबई के पाली हिल इलाके में स्थित है.
बता दें कि कंगना रनौत और मनीष मल्होत्रा दोनों को बीएमसी ने 7 सितंबर को नोटिस भेजा था. लेकिन कंगना को जवाब के लिए 1 दिन का समय दिया था और मनीष मल्होत्रा को 7 दिन का समय दिया था जवाब देने के लिए. अगर बीएमसी को अवैध निर्माण की शिकायत प्राप्त होती है तो बीएमसी अधिकारी बीएमसी एक्ट के तहत समय दे सकते हैं.
कंगना मामले में उन्होंने बीएमसी सर्वे दिखाया और खुद से ही अवैध निर्माण पाया और Maharashtra Regional and Town Planning (MRTP) एक्ट के तहत नोटिस दिया गया. जिसके तहत वे निर्माण को तत्काल ध्वस्त कर सकते हैं.
साहिल जोशी