बॉलीवुड की दुनिया लेकर कई बड़े खुलासे अक्सर होते हैं. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का काम करने का अपना तरीका है. ऐसे में इसमें महिलाओं के प्रति पक्षपात और मिसोजिनी भी शामिल है. तमाम एक्ट्रेसेज इस बारे में कई बार बात कर चुकी हैं. लेकिन अब डायरेक्टर निखिल आडवाणी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. प्राइम वीडियो के 'ओ वुमनिया' पैनल में बातचीत में निखिल आडवाणी भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में क्यों महिला एक्टर्स के लिए महिला हेयरस्टाइलिस्ट को नौकरी पर रखा जाता है. इसके पीछे का कारण ऑडियंस के साथ-साथ पैनल में बैठे सभी सितारों के लिए भी शॉकिंग था.
महिलाओं को नहीं समझा जाता काबिल
निखिल आडवाणी ने बताया इंडस्ट्री में 170 नौकरियां हैं, जिनमें से महज 9 के लिए महिलाओं को काबिल समझा जाता है. उन्होंने बताया कि वो एक प्रोजेक्ट के लिए बजट से जुड़े डॉक्यूमेंट पढ़ रहे थे. इनसे उन्हें जो शॉकिंग बात पता चली उसके बारे में बात करते हुए डायरेक्टर ने कहा, 'आपके लाइन आइटम में, उसमें 169 लाइन आइटम हैं. लाइन से ऊपर और लाइन से नीचे. आपको पता है कि इनमें से कितनी नौकरियां महिलाओं के काबिल समझी जाती है? सोचो. 9, सिर्फ 9 नौकरियां महिलाओं के लायक समझी जाती है. इसके अलावा बाकी सबकुछ महिलाओं के लिए सूटेबल नहीं समझा जाता.'
फिल्म इंडस्ट्री में क्यों होती है हेयर दीदी?
उनके साथ पैनल में बैठे लोगों ने कहा कि अब हेयर, मेकअप और कॉस्टयूम डिपार्टमेंट के आगे भी महिलाओं को नौकरी पर रखा जा रहा है. इस पर निखिल ने अपना हाथ उठाते हुए कहा, 'मेरे पास एक बढ़िया हेयर-मेकअप स्टोरी है.' उन्होंने आगे बताया, 'मैं आपको बताता हूं कि यहां हेयर दीदी और मेकअप दादा क्यों होते हैं. क्योंकि अगर एक आदमी (महिला की गर्दन) को छूता है तो सेक्शुअल चीजें जाग सकती हैं. इसलिए हेयर दीदी और मेकअप दादा होते हैं. यूनियन हमें इजाजत नहीं देता.'
डायरेक्टर की इस बात को सुनकर ऋचा चड्ढा हैरान रह गईं. निखिल आडवाणी ने अपनी बात को आगे समझाने के लिए कहा. तब निखिल ने बताया, 'अगर महिला आपके बालों को छूएगी तो आप उत्तेजित नहीं होंगे. ये उनका लॉजिक है. मैंने कहा था- क्या? जब हमने मिकी कॉन्ट्रैक्टर के साथ काम करना शुरू किया था तो हमें उन्हें एक महिला को नौकरी पर रखने के लिए मनाना पड़ा था. लेकिन सोचिए कि अगर यूनियन से वहां कोई होता, तो हेयर दीदी को तुरंत वहां खड़ा होना पड़ता.'
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