बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र की हालत खराब बताई जा रही है. उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कुछ ही देर पहले यह खबर आई थी कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. हालांकि, उनकी टीम ने इंडिया टुडे/आजतक को बताया कि धर्मेंद्र अस्पताल में जरूर हैं, लेकिन उनकी सेहत में सुधार हो रहा है. इस खबर ने उनके चाहने वालों को शॉक दे दिया है.
धर्मेंद्र की हालत में सुधार
हालांकि टीम ने राहत की खबर दी है. टीम ने वेंटिलेटर की बात को सिरे खारिज करते हुए कहा है कि वो सिर्फ अस्पताल में भर्ती हुए हैं. अगले 48 घंटे तक डॉक्टर्स की निगरानी में रहेंगे. उन्होंने कहा कि, “वो डॉक्टरों की निगरानी में हैं, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है.” साथ ही परिवार और टीम ने इस समय सभी से गोपनीयता बनाए रखने की अपील की है. खबर है कि, उनका परिवार उनके पास मौजूद है. वहीं बेटियों को भी यूएस से बुला लिया गया है. फिलहाल परिवार स्वस्थ को लेकर दुवायें कर रहा है और प्रायवेसी चाहता है.
बॉलीवुड के ही-मैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र की तबीयत को लेकर फैंस चिंतित हैं, क्योंकि सोशल मीडिया पर यह अफवाहें फैल गईं कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. हालांकि, धर्मेंद्र की टीम ने इन खबरों का खंडन कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस समय अभिनेता को शांत माहौल और आराम की जरूरत है ताकि वे जल्द स्वस्थ हो सकें.
इक्कीस फिल्म में नजर आएंगे एक्टर
धर्मेंद्र भले ही 89 साल के हैं लेकिन इडंस्ट्री में वो आज भी एक्टिव हैं. धर्मेंद्र को हाल ही में फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ के बाद 'तेरी बातों मे ऐसा उलझा जिया' में देखा गया था, जिसमें उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया था. वो अगस्त्य नंदा की इक्कीस में भी नजर आने वाले हैं. ये फिल्म 25 दिसंबर को रिलीज होगी. सोशल मीडिया पर अब उनके फैंस जल्द ठीक होने की कामना कर रहे हैं. उनके चाहने वालों को उनके एडमिट होने से गहरा झटका लगा है.
धर्मेंद्र पिछले कुछ वक्त से अपने फार्महाउस पर ही रह रहे थे. उन्हें खेती करना, जानवरों के बीच रहना अच्छा लगता है.
हिट हैं डायलॉग्स
धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा के सबसे सम्मानित और लोकप्रिय सितारों में से एक हैं. छह दशकों से अधिक लंबे करियर में उन्होंने ‘शोले’, ‘चुपके चुपके’, ‘सीता और गीता’, ‘धरम वीर’ जैसी कई सुपरहिट फिल्में दी हैं. उनके डायलॉग्स आज भी खूब दोहराए जाते हैं. इनमें- 'इलाका कुत्तों का होता है', 'बसंती इन कुत्तों के आगे मत नाचना', 'चुन-चुन के मारूंगा' जैसे शामिल हैं.
सना फरज़ीन