बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन इंडस्ट्री के उन गिने चुने कलाकारों में से एक हैं जिन्होंने 90 के दशक में जबरदस्त एक्शन सीन्स वाली फिल्में की हैं. अमृतसर पंजाब के एक हिंदू परिवार में जन्मे अजय के पिता हिंदी सिनेमा में एक स्टंट कोरियोग्राफर और एक्शन फिल्म डायरेक्टर थे. अजय ने अपने करियर की शुरुआत साल 1991 में रिलीज हुई फिल्म फूल और कांटे से की थी.
फिल्म में अजय के किरदार का नाम भी अजय ही रखा गया था और बहुत कम लोग इस बात से वाकिफ हैं कि इस फिल्म में अजय देवगन का एंट्री सीन उनके पिता ने ही सजेस्ट किया था. कुकु कोहली के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अपने काम के लिए अजय को बेस्ट डेब्यू एक्टर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था. फिल्म में एक्ट्रेस मधू अजय के अपोजिट थीं और इसके अलावा अमरीश पुरी, जगदीप और अरुणा ने अन्य अहम किरदार निभाए थे.
क्या था अजय देवगन का एंट्री सीन?
जैसा कि हर एक्शन फिल्म में होता है, इस फिल्म में भी लीड हीरो के एक्शन सीन को ज्यादा से ज्यादा हीरोइक बनाने की कोशिश थी. ऐसे में अजय देवगन के पिता वीरू देवगन ने ये सुझाव दिया था कि अजय अगर दो बाइक्स पर फुल स्पिट करते हुए एंट्री लेंगे तो सीन बहुत दमदार बन जाएगा. इस आइडिया पर काम किया गया और वीरू ने बखूबी इस सीन को शूट भी करवा दिया.
कई बार रीमेक किया गया ये सीन
इस सीन को बिना किसी सेफ्टी केबल और वीएफएक्स के इतना सटीक अंदाज में फिल्माया गया है कि इसके बाद अजय देवगन की कई एंट्री इसी कॉन्सेप्ट वाले सीन्स पर रखी गई. फिल्म गोलमाल में वह दो कारों पर सवार होकर एंट्री ले चुके हैं और फिल्म सन ऑफ सरदार में सनी देओल ने दो घोड़ों पर एक साथ सवारी करते हुए एंट्री ली थी.
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