उत्तर प्रदेश के बाद अब उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला शुरू हो चुका है. मंत्री हरक सिंह रावत के कांग्रेस ज्वाइन करने की खबरों के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस की महिला प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्या ने अब बीजेपी का दामन (Sarita arya join BJP) थाम लिया है. पार्टी में महिलाओं को कम भागीदारी मिलने से सरिता आर्या नाराज थीं. देहरादून में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सरिता आर्या को बीजेपी ज्वाइन कराई.
सरिता आर्या नैनीताल से विधायक रह चुकी हैं. इस बार भी उनको नैनीताल से टिकट चाहिए था, लेकिन उनको टिकट कटने की आशंका थी. 2017 के चुनाव में संजीव आर्य ने बीजेपी टिकट पर चुनाव लड़कर उनको हराया था. अब संजीव आर्य कांग्रेस पार्टी में आ चुके हैं.
इस बीच उत्तराखंड कांग्रेस का एक पत्र भी जारी हुआ है. इसमें सरिता आर्या को कांग्रेस से छह साल के लिए निष्काषित किए जाने की जानकारी दी गई है. पत्र में लिखा था कि उनकी बयानबाजी से पार्टी की छवि धूमिल हुई है.
अभी शनिवार को ही सरिता आर्या ने कांग्रेस में रहते हुए उनकी मुहिम 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि हमें इस नारे से आस है. सरिता आर्या ने कहा था कि हम उत्तराखंड चुनाव में 20 फीसदी टिकट महिलाओं के लिए आरक्षित करने की मांग करते हैं. आर्या ने आगे कहा था कि कुछ महिलाएं मुझसे कहती हैं कि आप अपने लिए टिकट नहीं ला पाईं, तो हमको कैसे दिलाएंगी?
दिलीप सिंह राठौड़