सपा सुप्रीमो बनने पर बोले अखिलेश- नेताजी से मेरा रिश्ता नहीं हो सकता खत्म

अखिलेश ने कहा कि पार्टी के खिलाफ साजिश करके न केवल पार्टी का नुकसान करने का काम किया है,  बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के सामने भी संकट पैदा किया है.

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अखिलेश-मुलायम अखिलेश-मुलायम

लव रघुवंशी

  • नई दिल्ली,
  • 01 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 3:13 PM IST

रामगोपाल यादव द्वारा बुलाए गए आपात राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया गया. रामगोपाल यादव ने ये प्रस्ताव पेश किया, जिसे सर्वसम्मति से पास किया गया. इस दौरान अखिलेश यादव ने एक बार फिर अपने पिता मुलायम सिंह यादव के प्रति अपनी भावना प्रकट की. अखिलेश ने कहा कि कुछ लोग उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं. अधिवेशन के मंच से अखिलेश द्वारा कहीं गई प्रमुख बातें ये हैं...

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- इन्होंने पार्टी के खिलाफ साजिश कर के न केवल पार्टी का नुकसान करने का काम किया है,  बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के सामने भी संकट पैदा किया है.

- मैं जितना नेताजी का सम्मान पहले करता उससे कहीं अधिक ज्यादा आगे राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर करूंगा.

- उस समय भी आपके साथ बैठे थे, जब लेटर टाइप होने में समय लग रहा था. तब कोई टाइपराइटर नेताजी के घर पर लाए.

- कुछ साजिशें ऐसी हैं जो चाहती हैं कि सरकार न बनें.

- सरकार जब बनेगी और बहुमत आएगा तो सबसे ज्यादा नेताजी को खुशी होगी.

- मैंने अपने सभी नेताओं को जिम्मेदारी दी है कि एक बार और सपा की सरकार बने.

- नेताजी का जो स्थान है वो सबसे बड़ा स्थान है.

- ये तीन चार महीने बहुत महत्वपूर्ण हैं, न जाने कौन मिलकर क्या करवा दे.

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- पत्र खोला तो मुझे नोटिस मिला, 10-15 मिनट बाद पता चला कि हम दोनों को पार्टी से निकाल दिया गया.

- मेरे सभी कार्यकर्ताओं मंत्रियों और विधायकों को धन्यवाद दूंगा, पार्टी का मनोबल कम नहीं हुआ.

- सबका सहयोग मिलेगा तो एक बार फिर सपा की सरकार यूपी में बनेगी.

- मैं नेताजी का बेटा हूं और रहूंगा. नेताजी मेरे पिताजी रहेंगे, ये रिश्ता कोई खत्म नहीं कर सकता.

- मेरी जिम्मेदारी है कि पार्टी बचाने की वो मैं करता रहूंगा.

- परिवार के लोगों को बचाना पड़ेगा तो वो करूंगा.

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