उत्तर प्रदेश के शामली जिले की एक विधानसभा सीट है थाना भवन विधानसभा सीट. थाना भवन विधानसभा क्षेत्र गन्ना उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. गन्ने के लिए प्रसिद्ध इस इलाके में सियासत उतनी ही तल्ख है. थाना भवन विधानसभा सीट से विधायक की धमक लखनऊ तक सुनाई देती रही है. इस सीट पर अभी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का कब्जा है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
थाना भवन विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो साल 2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के सुरेश कुमार राणा विधायक निर्वाचित हुए थे. बीजेपी के सुरेश कुमार राणा ने राष्ट्रीय लोक दल के अशरफ अली खान को हराया था. सुरेश को 53719 और अशरफ अली खान को 53454 वोट मिले थे. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अब्दुल वारिस खान तीसरे नंबर पर रहे थे. सपा उम्मीदवार को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा था.
2017 का जनादेश
थाना भवन विधानसभा सीट के साल 2017 के जनादेश की बात करें तो ये बीजेपी के पक्ष में रहा था. बीजेपी ने अपने निवर्तमान विधायक सुरेश कुमार राणा पर ही दांव लगाया था. बीजेपी के सुरेश के सामने बसपा से अब्दुल वारिस खान और आरएलडी से जावेद राव थे. बीजेपी के सुरेश ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा के अब्दुल वारिस खान को 16 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया था. आरएलडी के जावेद तीसरे और सपा के सुधीर कुमार चौथे स्थान पर रहे थे.
सामाजिक ताना-बाना
थाना भवन विधानसभा क्षेत्र के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां हर जाति वर्ग के लोग रहते हैं. थाना भवन विधानसभा क्षेत्र में कुल करीब तीन लाख मतदाता हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है. इस सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में मुस्लिम मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
थाना भवन विधानसभा सीट से विधायक बीजेपी के सुरेश कुमार राणा यूपी सरकार में मंत्री हैं. सुरेश का दावा है कि उनके कार्यकाल में इलाके का चहुंमुखी विकास हुआ है. विपक्षी दलों के नेता विधायक के दावे को हवा-हवाई बता रहे हैं. बीजेपी ने इस बार भी सुरेश कुमार पर दांव लगाया है तो वहीं सपा और राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन ने अशरफ अली, कांग्रेस ने सत्यम सैनी और बहुजन समाज पार्टी ने सपा के बागी जहीर मलिक को उम्मीदवार बनाया है. इस विधानसभा सीट के लिए पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान होना है.
शरद मलिक