2 और सर्वे ने माना कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा, CM के रूप में सिद्धारमैया पहली पंसद

10 दिन पहले इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स ओपिनियन पोल ने 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में सत्तारुढ़ कांग्रेस के पक्ष में 90-101 सीटें जाने का दावा किया गया था, लेकिन दो अन्य ग्रुप की ओर से कराए गए सर्वे भी त्रिशंकु विधानसभा की ओर इशारा कर रहे हैं.

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येदियुरप्पा और सिद्धारमैया (फाइल फोटो) येदियुरप्पा और सिद्धारमैया (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 11:43 PM IST

इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स ओपिनियन पोल के बाद टाइम्स नाउ-VMR और JAIN-लोकनीति CSDS की ओर से जारी किए गए सर्वे भी कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा के आसार जता रहे हैं. यह दोनों सर्वे सोमवार को जारी किए गए.

टाइम्स नाउ-VMR का सर्वे

टाइम्स नाउ-VMR की ओर से सोमवार को घोषित किए गए सर्वे के अनुसार आज की तारीख में वहां किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा. सर्वे के अनुसार, दक्षिणी राज्य में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर रहेगी. सर्वे के अनुसार, 224 सदस्यों वाली विधानसभा में सत्तारूढ़ कांग्रेस को 91 सीटें जबकि बीजेपी को उससे 2 सीटें कम यानी 89 सीटें मिल सकती हैं. जबकि जेडीएस के खाते में 40 सीटें जाने की संभावना जताई गई है.

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मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा देने का फैसला मतदाताओं को लुभाने में कारगर होता नहीं दिख रहा क्योंकि लिंगायत राजनीति का केंद्र मुंबई कर्नाटक क्षेत्र में कांग्रेस के खाते में 21 और बीजेपी के खाते में 23 सीटें जाती दिख रही है. 4 और 16 अप्रैल के बीच किए गए इस सर्वे में राज्य के सभी 6 क्षेत्रों से 4,000 से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया. हर क्षेत्र के समान प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन क्षेत्रों को चुना गया था.

JAIN-लोकनीति CSDS का सर्वे

JAIN-लोकनीति CSDS की ओर से कराए गए एक अन्य ओपिनियन पोल में बीजेपी कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिख रही है. उसके खाते में 89 से 95 सीटें आ सकती हैं, जबकि कांग्रेस के पक्ष में 85 से 91 सीटें आने की उम्मीद जताई गई है, वहीं जेडीएस 32 से 38 सीटों पर कब्जा कर किंगमेकर की भूमिका में आती दिख रही है. हालांकि वोट शेयर के आधार पर कांग्रेस (37%) और बीजेपी (35%) में कांटे की लड़ाई जारी रहेगी क्योंकि दोनों में महज 2% का अंतर है. जबकि जेडीएस के पास 20% वोट शेयर आ सकता है. ये सर्वे 13 से 18 अप्रैल के बीच 56 विधानसभा सीटों के 224 बूथों पर जाकर 3,737 लोगों से बात करके किया गया है.

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सिद्धारमैया को लोकप्रियता कायम

राज्य में भले ही किसी पार्टी को बहुमत मिलता न दिख रहा हो, लेकिन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को लेकर वहां सकारात्मक राय है. लोग उन्हें बतौर मुख्यमंत्री के रूप में फिर से देखना चाहते हैं.

इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स ओपिनियन पोल में भी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की ओर से किए गए काम को लेकर वोटरों की अच्छी राय बरकरार है. 38% प्रतिभागियों ने मुख्यमंत्री के काम को अच्छा या बहुत अच्छा माना. सिद्धारमैया को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर देखने के हक में सबसे ज्यादा वोटरों ने राय दी है. 33% वोटरों ने सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री के तौर पर पहली पसंद माना जबकि बीजेपी के येदियुरप्पा को दूसरे नंबर पर यानि 26% वोटरों ने मुख्यमंत्री के लिए पहली पसंद बताया.

टाइम्स नाउ-VMR द्वारा किए गए सर्वे में भी 46 फीसदी से ज्यादा लोगों ने सिद्धारमैया और करीब 32 फीसदी लोगों ने येदियुरप्पा को बतौर मुख्यमंत्री अपनी पहली पसंद बताया. 17 फीसदी लोगों ने एचडी कुमारस्वामी को अपनी पसंद बताया.

JAIN-लोकनीति CSDS की आज जारी ओपिनियन पोल में भी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की लोकप्रियता कायम है. सिद्धारमैया को 30% लोगों ने अपनी पहली पसंद बताया तो येदियुरप्पा के लिए 25% लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री के पद पर अपनी पसंद बताया. एचडी कुमारस्वामी को 20% लोग बतौर मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं.

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इंडिया टुडे-कार्वी का सर्वे

करीब 10 दिन पहले 13 अप्रैल को इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स ओपिनियन पोल ने 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में सत्तारुढ़ कांग्रेस के पक्ष में 90-101 सीटें जाने का दावा किया था, जबकि बीजेपी को 78-86 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रहने की संभावना जताई गई थी. वहीं देवेगौड़ा की जनता दल (सेकुलर) की राज्य में तीसरे नंबर पर आने और किंगमेकर के रूप में उभरने की उम्मीद जताई गई थी. पोल का अनुमान था कि जेडीएस कर्नाटक में 34-43 सीटें हासिल कर सकती है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों को ही अगली सरकार बनाने के लिए जेडीएस की मदद की जरूरत पड़ेगी.

 

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