कमल तो खिला लेकिन मुरझा गए 'बागी'

बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़ने और फिर हारने वाले उम्मीदवारों के लिए ये हार इसलिए भी ज्यादा निराशाजनक है क्योंकि बीजेपी उन्हें पहले ही 6 साल के लिए पार्टी से निकाल चुकी है.

Advertisement
एमसीडी चुनाव में बीजेपी की जीत एमसीडी चुनाव में बीजेपी की जीत

रवीश पाल सिंह / सुरभि गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 27 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 6:12 AM IST

एमसीडी चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के साथ ही तीनों एमसीडी में एक बार फिर कमल तो खिल गया, लेकिन इस चुनाव ने उन बागियों को दिन में तारे दिखा दिए जिन्होंने पार्टी से अलग होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था.

बीजेपी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ीं संध्या वर्मा को 1,898 मिले और वो चौथे नंबर पर रहीं. वहीं न्यू अशोक नगर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं निक्की सिंह को 5 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त मिली. ऐसा नहीं है कि सिर्फ बीजेपी के ही बागियों का ये हाल हुआ. कांग्रेस से टिकट ना मिलने से नाराज करावल नगर वेस्ट से धर्मेंद्र सिंह भी निर्दलीय चुनाव मैदान में थे लेकिन उन्हें महज 848 वोट मिले और वो आठवें पायदान पर रहे.

Advertisement

बीजेपी के एक बागी को मिली सफलता
हालांकि बीजेपी से टिकट ना मिलने पर नवादा वार्ड से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे किशन गहलोत के हाथ सफलता लगी और वो 1487 वोटों से चुनाव जीत गए.

बीजेपी कर चुकी है 6 साल के लिए निष्कासित
बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़ने और फिर हारने वाले उम्मीदवारों के लिए ये हार इसलिए भी ज्यादा निराशाजनक है क्योंकि बीजेपी उन्हें पहले ही 6 साल के लिए पार्टी से निकाल चुकी है. इन बागियों पर बीजेपी के उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने के कारण पार्टी ने ये कार्रवाई की थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement