Election Commission Assembly Election 2022 Dates: पांच राज्यों यानी कि यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में शनिवार 8 जनवरी को चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है. इसके साथ ही देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व का श्रीगणेश हो गया है. इन राज्यों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होंगे और 10 मार्च को नतीजे आएंगे. पंजाब, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर में भी सियासी तापमान बढ़ चुका है. इलेक्शन डेट्स की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. चुनाव की तारीखों की तमाम हलचल को हम aajtak.in पर बताएंगे. आप हमारे साथ बने रहिए.
चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा- 'मैं चुनाव आयोग के निर्देशों का स्वागत करता हूं. अभी तक हम सिर्फ सरकार चला रहे थे, अब हम चुनाव के बारे में सोचना शुरू करेंगे. मुझे 111 दिनों के लिए मुख्यमंत्री बनने योग्य समझने के लिए, मैं हाथ जोड़कर पंजाब और कांग्रेस के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं.'
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने निर्वाचन आयोग द्वारा पांच राज्यों में चुनाव की तिथियों की घोषणा किए जाने का स्वागत किया. उन्होंने कहा- 'मैं भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि चुनाव आयोग द्वारा बताई गई कोविड और अन्य सभी गाइडलाइंस का पालन करते हुए, पूरी ताक़त से लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लें.' उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले चुनावों में बीजेपी को फिर जनता का आशीर्वाद मिलेगा. बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी और सेवा एवं विकास के कार्यों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी.
पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी चुनाव तारीखों की ऐलान का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि ये जितना जल्दी आया है, उतना ही अच्छा है. हम उस दिन के लिए इंतजार कर रहे हैं जब हम पंजाब की भविष्य को निर्धारित करेंगे. कैप्टन ने कहा कि वे अपील करते हैं कि लोग लोकतंत्र के इस उत्सव में पूरे उत्साह के साथ शामिल हों लेकिन कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन करें.
कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा है कि वे चुनाव की तारीखों का स्वागत करते हैं. उम्मीद करते हैं कि नियम कायदे जमीन पर दिखेंगे. कोरोना के मद्देनजर पूरी एहतियात बरती जाएगी. यह जरूरी था कि चुनाव आयोग ने पाबंदियां लगाई. उन्होंने कहा कि नफरत के भाषणों को लेकर चुनाव आयोग का रवैया नाउम्मीदी भरा रहा है.
यूपी की 403 सीटों में 7 चरणों में मतदान है. मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा और 7 मार्च तक चलेगा. नतीजे 10 मार्च को आएंगे. जानिए आपके जिले में कब है वोट?
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समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग द्वारा चुनाव तारीखों की घोषणा का स्वागत किया है. अखिलेश ने कहा है कि चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन होगा. वहीं समाजवादी पार्टी ने कहा है कि किसानों के हित के लिए कोई फैसला नहीं लिया इसलिए 10 मार्च को भाजपा का साफ होना तय है. 10 तारीख के बाद सपा ने जो संकल्प लिया है, यहां के लोगों को 300 यूनिट बिजली के लिए कोई बिल नहीं आएगा, बिल शून्य होगा.
उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीखों की घोषणा का यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया है. सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा है कि लोकतंत्र के महापर्व में प्रदेश के चुनाव की तिथियों की घोषणा का स्वागत. भारतीय जनता पार्टी डबल इंजन की सरकार की उपलब्धियों के आधार पर जनता जनार्दन के आशीर्वाद से प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने में सफल होगी.
मणिपुर में 27 फरवरी को पहले चरण का मतदान और 3 मार्च को दूसरे चरण का मतदान होगा.
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पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में एक फेज में होंगे चुनाव. 14 फरवरी को पंजाब गोवा और उत्तराखंड में मतदान होगा. मतगणना 10 मार्च को होगी.
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उत्तराखंड में 14 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, 10 मार्च को आएंगे नतीजे
यूपी में पहले फेज का मतदान 10 फरवरी को होगा.
दूसरा फेज-14 फरवरी
तीसरा फेज- 20 फरवरी
चौथा फेज- 23 फरवरी
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पांचवां फेज- 27 फरवरी
छठा पेज- 3 मार्च
सातवां फेज- 7 मार्च
मतगणना- 10 मार्च
चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव प्रचार डिजिटल, वर्चुअल, मोबाइल के जरिए करें. फिजिकल प्रचार के पारंपरिक साधनों का इस्तेमाल कम से कम करें. इसके अलावा रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक कोई प्रचार, जन संपर्क राजनीतिक पार्टियां नहीं कर सकेंगी. विजय जुलूस नहीं निकाला जा सकेगा. विजय उम्मीदवार दो लोगों के साथ प्रमाण पत्र लेने जाएंगे. पार्टियों को तय जगहों पर ही सभा करने की अनुमति होगी. सभी पार्टियों और उम्मीदवारों को अंडरटेकिंग देनी होगी कि वे कोविड गाइड लाइन का पालन सख्ती से करेंगे.
चुनाव आयोग ने आज से 15 जनवरी तक रोड शो, रैली, साइकिल रैली पद यात्रा तक रोक पूर्ण रुप से रोक लगा दी है. 15 जनवरी के बाद पर इस पर विचार किया जाएगा.
एक अहम ऐलान में चुनाव आयोग ने कहा है कि मतदान के लिए समय को एक घंटा बढ़ा दिया गया है. ऐसा कोरोना की वजह से किया गया है. चुनाव के समय की घोषणा अधिसूचना जारी करने के वक्त की जाएगी.
CEC सुशील चंद्र ने कहा है कि मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू हो गया है. चुनाव आयोग के अनुसार वोटर गाइड भी मिलेगी पहली बार वोट डालने वालों को. आयोग उनको निजी तौर पर चिट्ठी भी देगा. कम वोटिंग प्रतिशत वाले बूथों पर स्वीप एक्टिविटीज से इसे बढ़ाया जाएगा. चुनाव आयोग ने कहा है कि 60 से 70 फीसद संतोषजनक नहीं है. 90 फीसद से ज्यादा करना आयोग का लक्ष्य है.
इस बार चुनाव खर्च बढ़ाया गया है. राज्यों के दर्जे के मुताबिक विधायक उम्मीदवार 28 लाख से 40 लाख रुपए चुनाव में खर्च सकता है. आयकर, डीआरआई, रेलवे सहित कई एजेंसियों और संस्थानों को अलर्ट किया गया है कि नशीले पदार्थ, शराब, काला धन या अन्य फोकट में बांटने की चीजें लाने ले जाने वालों पर कड़ी निगाह रखें. चुनाव आयोग ने सुविधा एप बनाया है. इसके जरिए राजनीतिक दल सीधे आयोग को संपर्क कर सकते हैं. C vigil एप जनभागीदारी के लिए बनाया गया है. जनता इसे डाउनलोड कर एमसीसी का कोई भी उल्लंघन का वीडीओ, ऑडियो या सबूत अपलोड कर सकते हैं. शिकायतकर्ता के नाम पते की गोपनीयता के साथ कार्रवाई होगी.
सभी बूथ पर पुरुष और महिला सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे. दिव्यांगों के लिए विशेष इंतजाम होंगे हर बूथ पर. वॉलेंटियर मदद करेंगे. व्हील चेयर भी हर बूथ पर होगी. कोविड प्रभावित या कोविड संदिग्ध के घर वीडीओ टीम के साथ आयोग की टीम विशेष वैन से जाएगी वोट डलवा कर आएगी. इन्हें बैलेट पेपर से वोट डालने का अधिकार मिलेगा.
अपराधिक पृष्ठ भूमि के उम्मीदवारों के लिए अखबार टीवी और मीडिया और वेबसाइट के होम पेज पर तीन बार अलग अलग चरणों पर जानकारी सार्वजनिक करनी होगी. जनता को पता चले कि उनके उम्मीदवार कैसे हैं?
संवेदनशील बूथों पर पूरे दिन वीडीओग्राफी होगी. पांचों राज्यों में एक लाख से ज्यादा बूथों पर लाइव वेबकास्ट होगा. ऑब्जर्वर भी ज्यादा संख्या में तैनात होंगे.
इस बार 1250 मतदाताओं पर एक बूथ बनाया गया है. पिछले चुनाव की तुलना में 16 फीसदी बूथ बढ़ गए हैं. 1620 बूथ को महिला पोलिंगकर्मी मैनेज करेंगी. 900 आब्जर्बर चुनाव पर नजर रखेंगे. चुनाव आयोग ने सरकारी कर्मचारियों के अलावा 80 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों, दिव्यांगों और कोविड प्रभावित लोगों के लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था की है.
CEC सुशील चंद्र ने कहा कि इस बार पांच राज्यों के चुनाव में कुल 18.34 करोड़ मतदाता हैं, इनमें सर्विस मतदाता भी शामिल हैं. इनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं. कुल 24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे. इनमें से 11.4 लाख लड़कियां पहली बार वोटर बनीं हैं. सभी बूथ ग्राउंड फ्लोर पर होंगे, ताकि लोगों को सुविधा हो. बूथ पर सैनिटाइजर, मास्क उपलब्ध होगा.
CEC सुशील चंद्र ने कहा कि चुनाव आयोग ने 3 लक्ष्यों पर काम किया है. ये लक्ष्य हैं Covid safe elections, आसान इलेक्शन, और मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी
CEC सुशील चंद्र ने कहा है कि इस बार 5 राज्यों की 690 विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव होंगे. उन्होंने कहा कि कोविड सेफ इलेक्शन कराना चुनाव आयोग का उद्देश्य है. CEC ने कहा कि कोरोना काल में चुनाव कराना चुनौती पूर्ण है.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्र दो अन्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडे के साथ विज्ञान भवन पहुंच गए हैं. नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है.
अगर गोवा की बात करें तो 40 विधानसभा वाले इस राज्य में कांग्रेस 17 सीटें जीती थी, जबकि बीजेपी के खाते में 13 सीटें आई थी. अन्य के खाते में 9 सीटे आई थी और एनसीपी के खाते में 1 सीट गई थी. 2017 में यहां किसी पार्टी को बहुमत न मिलने के बाद बीजेपी ने दूसरी पार्टियों के सहयोग से सरकार बनाई थी. इसके पीछे अमित शाह और नितिन गडकरी का दिमाग माना जाता है.
चुनाव तारीखों की घोषणा होने के साथ ही सभी पांच राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. इसी के साथ ही राज्य सरकारों की शक्तियां चुनाव आयोग के हाथ में आ जाती है.
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अगर पंजाब की बात करें तो यहां कैप्टन अमिरंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने 10 साल से सत्ता में रहे अकाली दल और बीजेपी की जोड़ी को सत्ता से बेदखल कर दिया था. 117 सीटों वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मोदी लहर को नाकाम करते हुए 77 सीटें जीती थी. जबकि अकाली दल को 15 सीटें मिली थी. बीजेपी 03 सीटें ही जीत सकी थी. लेकिन सबसे कमाल किया था आम आदमी पार्टी ने. पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही आप ने 20 सीटें जीतकर सभी को हैरान कर दिया था. हालांकि 5 साल में सीन पूरा बदल चुका है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी है, अब उन्होंने नई पार्टी गठन कर ली है और अब उनकी पार्टी का गठबंधन बीजेपी के साथ है.
बता दें कि 2017 में उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने बंपर बहुमत के दम पर सरकार बनाई थी. तब यहां 403 सीटों में से बीजेपी को 312 सीटें मिली थीं. 2012 से लेकर 17 तक सत्ता में रहने वाली सपा मात्र 47 सीटों पर आकर सिमट गई थी. इस चुनाव में बीएसपी को 19, कांग्रेस को 7 और अन्य को 5 सीटें मिली थी. यहां योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी थी. अगर उत्तराखंड की बात करें तो यहां बीजेपी अपने दम पर सरकार में आई थी. यहां 70 सीटों में से बीजेपी ने 56 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस के खाते में 11 सीटें आई थी. उत्तराखंड में बीजेपी पिछले 5 साल में 3 सीएम बदल चुकी है. बीजेपी ने यहां त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में सरकार बनाई. कुछ महीनों बाद तीरथ सिंह रावत सीएम बने. तो एक बार फिर उन्हें हटाकर पुष्कर सिंह धामी को पार्टी ने सीएम बनाया है.
चुनाव की घोषणा से पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि वो संघर्षशील महिलाओं को टिकट देंगी. आज उत्तराखंड की महिलाओं को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा कि हमारी कैंडिडेट्स की लिस्ट आएगी तो आप देखेंगे कि बहुत सी संघर्षशील महिलाओं को टिकट मिलेगा. प्रियंका ने कहा कि अगर आप महिला हैं आप राजनीति में आना चाहती हैं तो हम आपके भय को दूर करेंगे.
पंजाब चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले पंजाब सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. CM चन्नी की सरकार ने आचार संहिता लगने से महज़ कुछ घंटे पहले पंजाब सरकार ने DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को हटाकर VK भंवरा को नया DGP लगाया है. बता दें कि पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के लिए डीजीपी पर उंगलियां उठी थीं.
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सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में पहले फेज के चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने CAPF की 150 कंपनियों को भेजने का ऐलान किया है.
5 राज्यों में चुनाव की घोषणा होने वाली है. इससे पहले ये जान लीजिए कि कौन सी पार्टी किसको किस राज्य में टक्कर दे रही है. पूरी खबर पढ़ें.
5 राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान आज, जानिए कौन कहां किसे दे रहा चुनौती
चुनाव आयोग से सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में 6 से 8 चरणों में चुनाव हो सकता है. यहां 403 विधानसभा सीटें हैं. जबकि पंजाब में 2 से 3 चरणों में चुनाव होने की संभावना है. सुरक्षा की दृष्टि से मणिपुर में 2 चरणों में मतदान होने की संभावना है. जबकि उत्तराखंड, गोवा में एक एक चरण में चुनाव होंगे. बता दें कि उत्तराखंड में 70 सीटों पर चुनाव होने हैं. इसके अलावा पंजाब में 117, मणिपुर में 60 तो गोवा में 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे.