मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राघोगढ़ राजपरिवार के ज्यादातर सदस्य चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं. एक तरफ चाचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह की पत्नी रूबीना सिंह मैदान में पति के लिए प्रचार कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर राघोगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह की पत्नी सृजाम्या सिंह और उनके बेटे सहस्त्रजय सिंह प्रचार की कमान थामे हुए हैं.
जयवर्धन सिंह और उनके चाचा लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है. दोनों ही नेता अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार प्रसार करने में जुटे हुए हैं. लक्ष्मण सिंह की पत्नी महिलाओं बुजुर्गों के बीच पहुंच रही हैं. गांव-गांव पहुंचकर पति लक्ष्मण सिंह के कार्यकाल की याद दिला रही हैं. लक्ष्मण सिंह भी राजनीति के रचे मंझे खिलाड़ी हैं. वे भी जनता के बीच कनेक्शन जोड़ने में जुटे हुए हैं.
दूसरी ओर, जयवर्धन सिंह की पत्नी सृजाम्या सिंह अपने साढ़े 6 साल के बेटे सहस्त्रजय सिंह के साथ प्रचार में जुटी हुई हैं. सहस्त्रजय सिंह माइक हाथ में थामकर दाता (पिता जयवर्धन) के लिए वोट मांग रहे हैं.
जयवर्धन सिंह भी जनता को राघोगढ़ राजपरिवार और उनके बीच वर्षों पुराने संबंधों का हवाला दे रहे हैं. राघोगढ़ और चाचौड़ा की जनता जब राजपरिवार के सदस्यों को अपने बीच देखती है तो खुले दिल से स्वागत करती है.
उधर, चाचौड़ा सीट की AAP प्रत्याशी ममता मीना के लिए उनके पति रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रघुवीर सिंह मीना प्रचार करने में जुटे हैं. ममता मीना के पुत्र आकाश मीना भी अपनी मां के लिए वोट मांग रहे हैं. चाचौड़ा में ममता मीना के AAP में जाने से त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है.
गुना जिले के एक और बमोरी विधानसभा सीट से कांग्रेसी उम्मीदवार ऋषि अग्रवाल के लिए उनके पिता और पूर्व मंत्री कन्हैयालाल अग्रवाल सारथी की भूमिका निभा रहे हैं. कन्हैयालाल अपने पुत्र को राजनीति की बारीकियां सिखा रहे हैं.
चुनावी मैदान में भाजपा प्रत्याशी प्रियंका मीना के देवर, राघोगढ़ से भाजपा प्रत्याशी हीरेन्द्र सिंह के भाई, बमोरी से कांग्रेसी प्रत्याशी ऋषि अग्रवाल के पिता प्रचार प्रसार में जुटे हैं.
बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक पर्चा भरा जाना है. फॉर्म वापसी 2 नवंबर तक होगी. मतदान 17 नवंबर को होगा और मतगणना 3 दिसंबर को होगी.
विकास दीक्षित