'हर काम में कमियां ढूंढेंगे तो लोग लोकगायक नहीं, शोकगायक कहेंगे', पंचायत आजतक में बोलीं अनामिका अंबर

बीजेपी की उपलब्धियों को अपनी कविताओं के माध्यम से बताने पर अनामिका अंबर ने कहा कि अगर प्रशंसनीय काम की तारीफ न की जाए, उसमें भी खामियां ढूंढें तो लोग आपको लोकगायक नहीं, शोकगायक कहना शुरू कर देंगे.

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पंचायत आजतक में चर्चा करतीं अनामिक अंबर पंचायत आजतक में चर्चा करतीं अनामिक अंबर

aajtak.in

  • भोपाल,
  • 15 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 4:15 PM IST

भोपाल में आयोजित पंचायत आजतक के मंच पर कवयित्री अनामिका अंबर 'जैन' ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी की उपलब्धियों को अपनी कविताओं के माध्यम से बताने पर कहा कि अगर प्रशंसनीय काम की तारीफ न की जाए, उसमें भी खामियां ढूंढें तो लोग आपको लोकगायक नहीं, शोकगायक कहना शुरू कर देंगे. जब भारत उत्साह-उमंग के साथ खड़ा हो तो खुश होना चाहिए. साथ ही कहा कि जनता जानती है कि उसे किसे चुनना है, थोड़े दिनों में रिजल्ट आ भी जाएगा.

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अनामिका अंबर ने बेटियों के मुद्दे पर कहा कि कोई बेटी हिंदुस्तान के किसी भी कोने की हो, अगर उसके साथ दरिंदगी होती है, तो ये गलत है. जब उनसे ये पूछा गया कि उन पर आऱोप है कि वह मामा यानी सीएम शिवराज सिंह चौहान के समर्थन में बचाव में उतर जाती हैं, इसे लेकर उन्होंने कहा कि मैं एक ऐसी विचारधारा के बचाव में उतर जाती हूं जो हमारे राष्ट्रवाद का समर्थन करती है. 

अनामिका ने कहा कि 'बुरा बुरे को कहा है मैंने भला भले को बोला, सुनले देश पर दांव लगाके खुद को कभी न तौला, वो थे वो जो शोर मचाते सिर्फ विरोधी साज बने, हमने दिल में दर्पण रखा जनता की आवाज बने'. 

MP में का बा के सवाल पर अनामिका अंबर ने कहा कि 'एमपी में मामा मैजिक करत हैं'. उन्होंने कहा कि मेरा बचपन यहीं बीता है. उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कहा कि एक समय था, जब इस प्रदेश को बीमारू राज्य कहा जाता था, लेकिन सीएम शिवराज ने कड़ी मेहनत कर इसकी तस्वीर बदल दी है. इस दौरान उन्होंने शिवराज सरकार की कई योजनाएं भी गिनाईं.  

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शिवराज सरकार के पक्ष में गाना गाने पर सरकारी कवि बुलाए जाने के सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि मुगल काल की स्थापना के बाद हमारी सांस्कृतिक धरोहर का क्षरण हुआ, लेकिन ऐसी विचारधारा जिसने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की फिर से स्थापना की, अगर उस विचारधारा का समर्थन करना सरकारी है तो मैं सरकारी हूं. भगवान राम को काल्पनिक बताया गया, उनको जवाब देना, अनुच्छेद 370 हटाने वाली विचारधारा का समर्थन करना, भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण हो रहा है, इस निर्माण के समर्थन की विचारधारा का समर्थन करना सरकारी है, तो मैं सरकारी हूं. उन्होंने कहा कि आज के दौरा में सनातन पर सवाल उठाए जा रहे हैं. लोग इसे डेंगू और मलेरिया बताकर उसे खत्म करने की बात की जा रही है. लिहाजा सनातन का समर्थन करना सरकारी है, तो मैं सरकारी कवि हूं.

कमलनाथ को लेकर अनामिक अंबर ने कहा कि सनातन पर जो उंगल उठाई जा रही है, उसका वह विरोध करें. सनातन को मिटाना असंभव है. जब अनामिका से पूछा गया कि जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है, उनकी उपलब्धियों का बखान करना लेकिन जहां दूसरी पार्टियों की सरकार है उन पर खामोशी क्यों? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हम वोट देते हैं, सरकार के कामों का सभी पर असर पड़ता है. कोई कहे कि निष्पक्ष होकर सभी को वोट दे दें, तो ये भी संभव नहीं है. ये देखना भी जरूरी है कि किसका उद्देश्य आपकी विचारधारा से मिलता है.

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