जहाँ पर मुस्लिम वोटरों की संख्या ज़्यादा है उन बूथों पर मुस्लिम समाज के युवा लोगों को भी खास ज़िम्मेदारी दी गयी है और नारा दिया गया गया है 'ना दूरी है, ना खाई है, मोदी हमारा भाई है'. इस नारे से मुस्लिम समाज को पी एम मोदी के साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.