क्यों संजय सिंह की रिहाई AAP और INDIA ब्लॉक के लिए गेम चेंजिंग साबित हो सकती है? 5 पॉइंट में जानिए

आम आदमी पार्टी (AAP) नेता संजय सिंह तिहाड़ जेल से रिहा हो गए हैं. वे 6 महीने बाद बाहर आए हैं. संजय को दिल्ली एक्साइज पॉलिसी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में अरेस्ट किया गया था. संजय ने कहा, यह जश्न मनाने का नहीं, बल्कि तानाशाह सरकार के खिलाफ संघर्ष करने का वक्त है. हमारी पार्टी के सबसे बड़े नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और सत्येंद्र जैन जेल में हैं. हम तानाशाह सरकार को हटाने के लिए लड़ेंगे.

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AAP नेता संजय सिंह की तिहाड़ जेल से रिहाई हो गई है. (फोटो- PTI) AAP नेता संजय सिंह की तिहाड़ जेल से रिहाई हो गई है. (फोटो- PTI)

कुमार कुणाल

  • नई दिल्ली,
  • 04 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 7:24 AM IST

आम आदमी पार्टी (AAP) के सबसे हाई प्रोफाइल नेताओं में से एक संजय सिंह को एक्साइज पॉलिसी घोटाले में जमानत मिल गई है. संजय के बाहर आने से लोकसभा चुनाव में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है. संजय को एक मास्टर रणनीतिकार और एक शानदार वक्ता के रूप में जाना जाता है. उनकी मौजूदगी चुनावी माहौल को AAP के पक्ष में मोड़ सकती है. 5 पॉइंट में जानिए क्यों AAP के लिए संजय सिंह की रिहाई ताकत देने वाली है...

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1. कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ावा मिलेगा

संजय सिंह की रिहाई से पहला बड़ा संदेश पार्टी के संदेश जाएगा. कार्यकर्ताओं और नेताओं का मनोबल बढ़ेगा. एक अनुभवी नेता के रूप में संजय सिंह ने पिछले कुछ वर्षों में AAP की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मुख्य रूप से वे संगठनात्मक कौशल के लिए भी जाने जाते हैं. उन्हें पार्टी और उसके वॉलिंटर्स को एकजुट रखने, एकता और प्रेरणा देने वाले नेता के तौर पर भी पहचाना जाता है, जो AAP के चुनावी अभियान को महत्वपूर्ण रूप से बढ़त दिला सकता है.

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2. माहिर रणनीतिकार और नारे गढ़ने की कला

संजय सिंह अपने रचनात्मक दिमाग के लिए भी जाने जाते हैं, जो अक्सर प्रभावशाली नारे गढ़ते हैं और प्रेरक गीत तैयार करते हैं. ये नारे और गीत आम वोटर्स को सीधे कनेक्ट और प्रभावित करते हैं. चुनावी अभियानों में वे जनता का मूड भांपने में भी माहिर हैं. इसका संभावित रूप से AAP को फायदा मिलता है.

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3. भगवंत मान को राहत देकर दिल्ली का किला संभालेंगे

संजय सिंह की रिहाई का पंजाब यूनिट को भी फायदा मिलेगा. पंजाब के सीएम भगवंत मान पर दबाव कम होने की संभावना है. AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद भगवंत मान पार्टी में संगठन से लेकर प्रबंधन तक की जिम्मेदारी संभालते देखे जा रहे हैं. चूंकि, मान पंजाब के मुख्यमंत्री हैं, ऐसे में उन्हें प्रमुख बैठकों के लिए अक्सर पंजाब में भी समय देना होता है और दिल्ली के बीच यात्रा भी करनी पड़ रही थी. जेल से रिहा होकर आए संजय सिंह अब दिल्ली में किला संभाल सकते हैं और चुनावों में रणनीतिक भूमिका निभा सकते हैं.

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4. एक अच्छे वक्ता, लोगों से जुड़ने की कला

अपनी रणनीतिक क्षमता के अलावा संजय सिंह एक असाधारण वक्ता भी हैं. केजरीवाल की अनुपस्थिति में वे अपने आक्रामक लेकिन भावनात्मक भाषणों के साथ समर्थन जुटाकर पार्टी के अभियान को मजबूती से सामने रख सकते हैं. उत्तर प्रदेश से आने वाले संजय सिंह में हिंदी पट्टी के वोटर्स से जुड़ने की बेहतर कला है, जो AAP के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.

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5. इंडिया ब्लॉक के लिए भी संपत्ति

इंडिया ब्लॉक आकार ले चुका है. संजय सिंह की जमानत और राजनीतिक क्षेत्र में उनकी वापसी ना सिर्फ AAP के लिए, बल्कि पूरे इंडिया ब्लॉक के लिए फायदेमंद साबित होगी. अपने राजनीतिक कौशल के साथ वे बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण मदद कर सकते हैं. कुल मिलाकर संजय सिंह की जेल से रिहाई गेम-चेंजिंग हो सकती है, संभावित रूप से मौजूदा लोकसभा चुनावों में राजनीति की दिशा बदल सकती है.

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