खड़गे ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी तो बीजेपी ने याद दिलाया मनमोहन सिंह का बयान, शेयर किया वीडियो

लोकसभा चुनाव प्रचार में विरासत का मुद्दा गरमा गया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी और खुले तौर पर कांग्रेस के घोषणा पत्र के बारे में जानकारी रखने की चुनौती दी है. इस बीच, बीजेपी ने भी पलटवार किया है और कांग्रेस की चिट्ठी के एक दिन बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का एक पुराना वीडियो शेयर किया है और उनका बयान याद दिलाया है.

Advertisement
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है. जिसके जवाब में बीजेपी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का वीडियो शेयर किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है. जिसके जवाब में बीजेपी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का वीडियो शेयर किया है.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 2:46 PM IST

लोकसभा चुनाव में अब तीसरे चरण के लिए राजनीतिक दलों ने प्रचार-प्रसार में पूरी ताकत झोंक दी है. इस बीच, विरासत के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चिट्ठी लिखने के एक दिन बाद बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अल्पसंख्यकों को लेकर दिए बयान का वीडियो शेयर किया है.

Advertisement

बीजेपी के अनुसार, अप्रैल 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था, जब देश के संसाधनों की बात आती है तो अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से गरीब मुसलमानों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि वो अपने पहले के दावे पर कायम हैं कि जब संसाधनों की बात आती है तो मुसलमानों का पहला अधिकार होना चाहिए.

'मुसलमानों को तरजीह देना कांग्रेस की पॉलिसी'

बीजेपी ने कहा, डॉ. मनमोहन सिंह का यह स्पष्ट दावा कांग्रेस की अफवाहों और स्पष्टीकरण को ध्वस्त करता है. यह हमारे दावे का समर्थन करता है कि मुसलमानों को तरजीह देना कांग्रेस पार्टी की स्पष्ट नीति है. यह आरक्षण से लेकर संसाधनों तक हर चीज में मुसलमानों को तरजीह देने की कांग्रेस की मानसिकता का सबूत है.

'पीएम मोदी ने भी कांग्रेस पर बोला था हमला'

Advertisement

बीजेपी ने मनमोहन सिंह की इस टिप्पणी को तब सामने रखा है, जब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी सभाओं में इस बयान का अक्सर जिक्र कर रहे हैं और देश के सियासी माहौल में वेल्थ रिडिस्ट्रीब्यूशन प्लान पर संग्राम छिड़ा है. पीएम मोदी ने ने एक चुनावी रैली में कहा था कि कांग्रेस ने लोगों की मेहनत की कमाई छीनने और इसे घुसपैठियों में जिनके कई बच्चे हैं, उनको वितरित करने का वादा किया है. 

यह भी पढ़ें: 'कांग्रेस के मेनिफेस्टो को लेकर आपको गुमराह किया जा रहा', खड़गे ने PM मोदी को लिखा पत्र

'खड़गे ने पीएम को लिखी थी चिट्ठी'

बीजेपी का यह हमला मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा पीएम मोदी को लिखे पत्र के बाद आया है, जिसमें खड़गे ने दावा किया था कि उनके (पीएम) सलाहकारों द्वारा उन्हें उन चीजों के बारे में गलत जानकारी दी जा रही है, जिनका कांग्रेस के 'न्याय पत्र' या घोषणापत्र में उल्लेख नहीं है. खड़गे ने अपने दो पेज के पत्र में प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलने और न्याय पत्र को समझाने के लिए समय मांगा है. ताकि वो झूठे बयान ना दें.

'क्या मेहनत की कमाई घुसपैठियों को दी जाएगी'

दरअसल, पीएम मोदी ने आरोप लगाया था कि जब मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सत्ता में थी तो उसने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. इसका मतलब यह है कि वे इस संपत्ति को इकट्ठा करेंगे और इसे घुसपैठियों में से उन लोगों में बांट देंगे जिनके अधिक बच्चे हैं. क्या आपकी मेहनत की कमाई घुसपैठियों को दी जाएगी? क्या आपको यह स्वीकार है? पीएम का कहना था कि कांग्रेस का घोषणापत्र यही कह रहा है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: "खुद पर आई तो लॉ ही हटा दिया", इनहेरिटेंस कानून को लेकर गांधी परिवार पर क्या बोले PM मोदी?

'कांग्रेस ने आरोपों को नकारा'

हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों का नकारा है और कहा है कि उनके घोषणापत्र में ऐसा कोई वादा नहीं है. घोषणापत्र में कहा गया है कि सरकार बनने पर कांग्रेस पार्टी देशव्यापी सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना कराएगी. वहीं, प्रधानमंत्री प्रत्येक रैली में अपने आरोप दोहरा रहे हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement