लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के अंदर उथल-पुथल मची हुई है. अब चुनाव से पहले जनवादी सोशलिस्ट पार्टी ने समाजवादी पार्टी से किनारा कर लिया है और गठबंधन से बाहर आ गई है.
समाजवादी पार्टी से अपना गठबंधन तोड़ने के बारे में जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष संजय चौहान ने बताया कि अब उनकी पार्टी अकेले अपने दमखम पर यूपी की 27 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही उन्होंने सपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
'BJP की बी टीम है सपा'
संजय सिंह ने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी प्रदेश में भाजपा की बी टीम के तौर काम करती है और इसी नाते सभी लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को जिताने के लिहाज से ही सपा टिकट बांट रही है.
'घोसी लोकसभा सीट से चल रही थी बात'
जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के नेता ने ये भी कहा कि अखिलेश यादव से उनकी बात घोसी लोकसभा सीट पर सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने की बात चल रही थी, लेकिन अखिलेश ने उन्हें सिर्फ झूठा आश्वासन देते हुए गुमराह किया और अंत समय में राजीव राय को घोसी लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया. ऐसे में अब जनवादी सोशलिस्ट पार्टी ने खुद को सपा से अलग कर गठबंधन तोड़ दिया है और अब पूरे यूपी में अकेले चुनाव लड़ेगी.
बता दें कि विगत लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन में तमाम छोटे दल भी भाजपा को हराने के लिए गठबंधन कर साथ हो गए थे. उसी गठबंधन का हिस्सा जनवादी सोशलिस्ट पार्टी भी थी, लेकिन अब उन्होंने सपा से अपना नाता तोड़ लिया है.
इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है सपा
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी इंडिया ब्लॉक का हिस्सा और वो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतर रही है. कांग्रेस यूपी की 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि सपा बची हुई अन्य सीटों पर अपने सहयोगी दलों के साथ चुनाव में उतरने के लिए तैयार है.
सत्यम मिश्रा