उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ लोकसभा सीट से जीत हासिल करने वाले बीजेपी उम्मीदवार और वर्तमान सांसद सतीश गौतम ने एक बार जिन्ना राग अलापा है. उन्होंने कहा कि अब जिन्ना की तस्वीर को पाकिस्तान भेजा जाएगा. सतीश गौतम ने अलीगढ़ से सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी अजीत बालियान को हराकर 2,29,261 वोटों से जीत हासिल की है.
जीत हासिल करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में जो जिन्ना की तस्वीर लगी है वह एक प्रकार की मानसिकता को दर्शाती है. उन्होंने कहा, 'अब इस देश में जिन्ना ढूंढे भी नहीं मिलेगा, सीधा पाकिस्तान जाएगा.'
उन्होंने कहा, 'पिछली बातें भूल जाइए. अब जिन्ना की तस्वीर को पाकिस्तान भेजा जाएगा. तस्वीर की वहां जरूरत होगी, हमारे यहां नहीं. केंद्र की मदद से एएमयू चलता है, उसके नियम-कानून को मानना पड़ेगा. अनुसूचित जाति-जनजाति के बच्चे एएमयू में शिक्षा से वंचित रह जाते हैं. आरक्षण मिलने पर वे यहां दाखिला लेकर पढ़ सकेंगे. उन्हें नौकरी भी मिल सकेगी.'
'अब देखता हूं AMU कुलपति कैसे जवाब नहीं देते'
सतीश गौतम यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि एएमयू कुलपति ने मेरे कई पत्रों का जवाब नहीं दिया है, जो असंवैधानिक है. अब देखता हूं कि वो जवाब कैसे नहीं देते हैं? बता दें कि मई 2018, में अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम ने ही यह कहकर जिन्ना विवाद को हवा दी थी कि एएमयू से 'जिन्ना मानसिकता' दूर करनी पड़ेगी. इसके बाद यह विवाद केंद्र सरकार तक पहुंचा था.
इसी दौरान सतीश गौतम ने एएमयू यूनिवर्सिटी के वीसी तारिक मंसूर को खत लिखकर पूछा था कि यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर क्यों लगाई गई है? इस घटना के बाद एक साल बाद मतदान के वक्त भी सतीश गौतम ने जिन्ना का नाम लिया था. सतीश गौतम ने कहा था कि उनका पहला मुद्दा ये है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अनुसूचित जाति/जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के हिंदू समाज के छात्रों को भी आरक्षण मिले.
अब जीत दोबारा जीत मिलने के बाद एक बार फिर सतीश गौतम ने एएमयू से जिन्ना की तस्वीर को हटाने की बात कही है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि एएमयू में एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग के छात्रों को दाखिला और आरक्षण मिलेगा.
अजीत तिवारी