नरेंद्र मोदी सरकार ने इस बार जल से जुड़े सभी मंत्रालयों को एक छत के नीचे लाने के लिए जल शक्ति नामक नया मंत्रालय बनाया है. इसकी कमान जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को सौंपी है. अभी तक जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय के भरोसे गंगा की सफाई का काम रहा है, जिसे पिछली सरकार में नितिन गडकरी देख रहे थे. सवाल उठता है कि क्या अब नए बने जल शक्ति मंत्रालय के तहत ही गंगा की सफाई वाली नमामि गंगे आदि परियोजनाएं चलेंगी.
गंगा की सफाई किसके भरोसे होगी, इस पर असमंजस इसलिए है क्योंकि मंत्रियों के नामों के आगे जिन मंत्रालयों का नाम दर्ज है, उसमें गंगा संरक्षण मंत्रालय का जिक्र नहीं है. चूंकि पीएम मोदी ने जल से जुड़े सभी मंत्रालयों को जल शक्ति मंत्रालय में मिलाने की बात कही है, ऐसे में माना जा रहा है कि यही मंत्रालय गंगा की सफाई का काम देखेगा.
क्या बोले नवागत मंत्री
पीएम मोदी के नए मंत्रिमंडल में सबसे पहले गजेंद्र सिंह शेखावत ने कार्यभार ग्रहण किया. उन्होंने जल शक्ति मंत्रालय में चार्ज लेते हुए कहा कि मोदी की सरकार में एक भी मिनट जाया नहीं करना है इसलिए सबसे पहले मैंने मंत्रालय में काम संभाला है. उन्होंने कहा कि PM ने जल से जुड़े सभी मंत्रालयों को एक जगह पर लाने की दृष्टि से मंत्रालय का नाम बदल कर जल शक्ति किया है. पीने का शुद्ध जल सबके पास पहुंचे ये प्राथमिकता है.
बता दें कि पीएम मोदी ने चुनावी रैलियों के दौरान जल शक्ति मंत्रालय के गठन का वादा किया था. उन्होंने कहा था कि 23 मई के बाद, जब मोदी सरकार फिर से कार्यभार ग्रहण करेगी, तो जल शक्ति के लिए एक अलग मिनिस्ट्री होगी.यह मंत्रालय पानी से संबंधित कई आवश्यकताओं को पूरा करेगा. इस मंत्रालय से किसानों को स्वच्छ पानी और उच्च श्रेणी की सिंचाई सुविधाएं मिलेंगी.
aajtak.in