अमेठी में ‘जीत’ पर स्मृति का ट्वीट, ‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता’

2014 में स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव लड़ी थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उसके बावजूद स्मृति ने अमेठी का पीछा नहीं छोड़ा और लगातार वहां का दौरा करती रहीं.

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2019,
  • अपडेटेड 7:01 PM IST

‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता...’ ये वो शब्द हैं जो केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके ही गढ़ अमेठी में हराने के बाद लिखे. अमेठी के नतीजे आने में भले ही अभी देरी हो लेकिन राहुल ने लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में हार स्वीकारी. जिसके बाद स्मृति की ये प्रतिक्रिया आई. आपको बता दें कि पिछली तीन बार से राहुल गांधी अमेठी से जीत रहे थे, लेकिन इस बार स्मृति ने उनके किले में सेंध लगा दी.

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आपको बता दें कि अमेठी में अभी स्मृति ईरानी 33 हज़ार वोटों से आगे चल रही हैं. स्मृति को अभी तक 286504 तो वहीं राहुल गांधी को 253503 वोट मिले हैं. गौरतलब है कि ये एक लंबे समय के बाद होगा जब अमेठी से गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनाव हारेगा. राहुल गांधी भी 2004, 2009 और 2014 में अमेठी से लगातार जीत दर्ज कर चुके हैं.

2014 में स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव लड़ी थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उसके बावजूद स्मृति ने अमेठी का पीछा नहीं छोड़ा और लगातार वहां का दौरा करती रहीं. यही कारण रहा कि इस बार वहां पर लड़ाई दिलचस्प थी, जिसमें स्मृति ने बाजी मार ली है.

दरअसल, गुरुवार शाम जब राहुल गांधी अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए तो उन्होंने नरेंद्र मोदी को बधाई दी. और साथ ही अमेठी पर बयान दे दिया. राहुल ने कहा था, ‘आज स्मृति जी अमेठी में जीती हैं, मैं उन्हें बधाई देता हूं’.

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आपको बता दें कि अमेठी वो सीट है जहां पर गांधी परिवार के दिग्गज चुनाव लड़ चुके हैं और जीत चुके हैं. राहुल गांधी से पहले इस सीट से संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी चुनाव लड़ और जीत चुके हैं. संजय गांधी की मौत के बाद उनकी पत्नी मेनका गांधी भी इस सीट से चुनाव लड़ी थीं, लेकिन राजीव गांधी के मुकाबले उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

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