संसदीय दल का नेता चुने जाने पर PM मोदी बोले-जिम्मेदारी को बढ़ा देता है प्रचंड जनादेश

संसदीय दल का नेता चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं हृदय से आप सबका आभार व्यक्त करता हूं. भाजपा ने संसदीय दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से मुझे चुना और एनडीए के सभी दलों ने इसका समर्थन किया और इसके लिए मैं आभारी हूं. प्रचंड जनादेश जिम्मेदारी को बढ़ा देता है.

Advertisement
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (ANI) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (ANI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 मई 2019,
  • अपडेटेड 7:28 PM IST

लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने संसदीय दल का नेता चुन लिया. संसद भवन में हुई बैठक में बीजेपी और उसके सभी सहयोगी दलों के चुने गए सांसदों के अलावा बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे.

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इस पद के लिए मोदी का नाम प्रस्तावित किया, जिसका वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने अनुमोदन किया. इसके बाद सदन में मौजूद सभी सांसदों और गणमान्य लोगों ने तालियों के साथ मोदी का अभिनंदन किया.

Advertisement

इस दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, मैं हृदय से आप सबका आभार व्यक्त करता हूं. बीजेपी ने संसदीय दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से मुझे चुना और एनडीए के सभी दलों ने इसका समर्थन किया और इसके लिए मैं आभारी हूं. उन्होंने पहली बार चुनकर संसद पहुचे सदस्यों का स्वागत किया. मोदी ने कहा कि प्रचंड जनादेश जिम्मेदारी को बढ़ा देता है. नए उमंग, नए उत्साह से आगे बढ़ते जाना है.

पीएम मोदी ने कहा कि सेंट्रल हॉल की आज ये घटना असामान्य घटना है. हम आज नए भारत के हमारे संकल्प को एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाने के लिए एक नई यात्रा को यहां से आगे बढ़ाने वाले हैं. देश की राजनीति ने जो बदलाव आया है, आप सभी ने इसका नेतृत्व किया है. आप सभी अभिनंदन के आभारी हैं. लेकिन जो सदस्य पहली बार चुनकर आए हैं वे विशेष अभिनंदन के आभारी हैं.

Advertisement

उन्होंने कहा कि भारत में तो चुनाव अपने आप में उत्सव था, मतदान भी अनेक रंगों से भरा था. लेकिन विजयोत्सव उससे भी अधिक शानदार था. देश के साथ विश्वभर के भारत प्रेमियों ने इस विजयोत्सव में हिस्सा लिया है. ये हमारे लिए गर्व की बात है. ये चुनाव कितना बड़ा और व्यापक होता है इसकी व्यवस्थाएं कितनी होती हैं, ये विश्व के लिए बहुत बड़ा अजूबा है.

मोदी ने कहा कि इस काम को चुनाव आयोग ने, राज्यों के चुनाव आयोग ने, सरकारी मुलाजिम, सुरक्षा बल इन सब की एक कठोर परिश्रम का एक कालखंड होता है. भारत के लोकतंत्र को हमें समझना होगा. भारत का मतदाता, भारत के नागरिक के नीर, क्षीर, विवेक को किसी मापदंड से मापा नहीं जा सकता है. हम कह सकते हैं सत्ता का रुतबा भारत के मतदाता को कभी प्रभावित नहीं करता है. सत्ताभाव भारत का मतदाता कभी स्वीकार नहीं करता है.

पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए के पास दो महत्वपूर्ण चीजें हैं, जो हमारी अमानत है. एक है एनर्जी और दूसरा है सिनर्जी. ये एनर्जी और सिनर्जी एक ऐसा केमिकल है, जिसको लेकर हम सशक्त और सामर्थ्यवान हुए हैं जिसको लेकर हमें आगे चलना है. पीएम मोदी ने नारा (NARA) को भी परिभाषित किया और कहा कि नेशनल एम्बिशन और रीजनल एस्प्रेशन होता है. ये देश परिश्रम की पूजा करता है. ये देश ईमान को सर पर बिठाता है. यही इस देश की पवित्रता है.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement