लालू परिवार में बगावत, ससुर के खिलाफ सारण से निर्दलीय लड़ सकते हैं तेजप्रताप

तेज प्रताप सारण सीट से अपने ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर सकते हैं. राजद ने चंद्रिका राय को अपना प्रत्याशी बनाया है.

Advertisement
अपने परिवार और पार्टी से नाराज हैं तेज प्रताप यादव अपने परिवार और पार्टी से नाराज हैं तेज प्रताप यादव

रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 29 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 1:19 PM IST

अपने परिवार और पार्टी यानी राष्ट्रीय जनता दल से नाराज चल रहे लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने बागी तेवर अख्तियार कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक, तेज प्रताप सारण सीट से अपने ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर सकते हैं. बता दें कि राजद ने चंद्रिका राय को अपना प्रत्याशी बनाया है.

Advertisement

बता दें, तेज प्रताप यादव के भाई तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को राजद के प्रत्याशियों का ऐलान किया. उन्होंने जैसे ही सारण से तेज प्रताप के ससुर चंद्रिका राय को टिकट दिया, वैसे ही खबर आने लगी कि तेज प्रताप इस फैसले से नाराज हो गए और उन्होंने सारण से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उतरने का मन बना लिया. हालांकि, इसका आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है.

छात्र राजद के संरक्षक पद से दिया था इस्तीफा

इससे पहले गुरुवार को तेज प्रताप यादव शिवहर और जहानाबाद सीट से अपने समर्थकों को टिकट देने की मांग पर अड़े थे. पार्टी के ऊपर दबाव बनाने के लिए वह प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे, लेकिन ऐन मौके पर लालू के हस्तक्षेप के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कैंसिल कर दी. इसके थोड़ी देर बाद तेज प्रताप ने छात्र राजद के संरक्षक पद से इस्तीफा दे दिया था.

कौन हैं चंद्रिका राय और तेज प्रताप क्यों कर रहे हैं विरोध

Advertisement

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय के बेटे चंद्रिका राय परसा विधानसभा सीट से विधायक हैं. उनकी बेटी ऐश्वर्या राय की शादी लालू यादव के तेज प्रताप यादव से हुई. बीते दिनों तेज प्रताप ने ऐश्वर्या से तलाक लेने की अर्जी कोर्ट में दायर की है. इसके बाद से ही तेज प्रताप अपने ससुर चंद्रिका राय का विरोध करते आ रहे हैं.

2014 में सारण से राबड़ी देवी लड़ी थीं चुनाव

सारण से पिछला चुनाव राजद के टिकट पर राबड़ी यादव लड़ी थीं. उन्हें बीजेपी के राजीव प्रताप रुडी ने हरा दिया था. इससे पहले 2009 में इस सीट से लालू प्रसाद संसद पहुंचे थे. पहले यह सीट छपरा के नाम से जानी जाती थी. लालू यादव ने अपनी संसदीय पारी की शुरुआत 1977 में इस सीट से की थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement