लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां कर रहे हैं. शनिवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तराखंड में होंगे. दोनों नेता उत्तराखंड में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे और अपनी-अपनी पार्टियों के प्रत्याशियों के पक्ष में वोट की अपील करेंगे.
उत्तराखंड में जहां मायावती दो चुनावी रैलियां करेंगी, तो राहुल गांधी तीन चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे. उत्तराखंड के सीमावर्ती मैदानी इलाकों में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का अच्छा खासा प्रभाव है. इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती शनिवार को उत्तराखंड के रुड़की (हरिद्वार) और रुद्रपुर में जनसभाओं को संबोधित करेंगी.
मायावती की चुनाव रैलियों को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मंगलौर रुड़की हाईवे पर मायावती के संबोधन के लिए मंच भी सजकर तैयार हो गया है. मायावती की रैली को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इस चुनावी रैली के दौरान मायावती अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश करेंगी.
वहीं, शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तराखंड में ताबड़तोड़ तीन चुनावी जनसभाएं करेंगे. वो पहले सुबह 11 बजे पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीनगर में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे. इसके बाद वो दोपहर एक बजे अल्मोड़ा और फिर तीन बजे हरिद्वार के पंत द्वीप में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे.
यहां दिलचस्प बात यह है कि मायावती और राहुल गांधी एक ही दिन हरिद्वार में अलग-अलग रैलियां करेंगे. हरिद्वार लोकसभा सीट उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से एक है. मायावती हरिद्वार के रुड़की में होंगी, तो राहुल गांधी हरिद्वार के पंत द्वीप में होंगी. इन दोनों नेताओं की रैली पर सबकी निगाह टिकी हुई है. इसकी वजह यह है कि सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस अलग-अलग चुनावी मैदान में हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से सटे उत्तराखंड के इन इलाकों में सपा-बसपा का अच्छा प्रभाव है.
हरिद्वार लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी ने डॉ अंतरिक्ष सैनी को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने अम्बरीष कुमार को टिकट दिया है. हरिद्वार लोकसभा सीट से कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. भारतीय जनता पार्टी ने यहां से रमेश पोखरियाल 'निशंक' को एक बार फिर से उतारा है. पिछले साल इस सीट से रमेश पोखरियाल ने जीत दर्ज की थी. वो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. इसके अलावा उत्तराखंड क्रांतिकारी दल ने त्रिबुरेंद्र सिंह रावत और प्रगतिशील पार्टी ने नरेंद्र चौहान को चुनाव मैदान में उतारा है.
आपको बता दें कि उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटें हैं, जिनमें टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट, गढ़वाल सीट, अल्मोड़ा और नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीटें शामिल हैं. इन सभी सीटों पर एक साथ पहले चरण में 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. इसके बाद 23 मार्च को मतगणना की जाएगी और चुनाव नतीजे जारी किए जाएंगे. इससे पहले साल 2014 के लोकसभा चुनाव में इन पांचों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी.
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