भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री सुरेंद्रजीत सिंह अहलुवालिया का टिकट काट दिया है. पार्टी ने उनकी जगह राजू सिंह बिष्ट को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में एसएस अहलुवालिया तृणमूल कांग्रेस के बाइचुंग भूटिया को हराकर सांसद बने थे.
बीजेपी ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि उसे दो स्थानीय संगठनों गोरखा जनमुक्ति मोर्चा और गोरखा लिबरेशन फ्रंट का भी समर्थन मिला है. इसमें कहा गया कि दो गोरखा संगठनों के नेताओं ने बीजेपी महासचिव और पार्टी के पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की.
सूत्रों के मुताबिक एसएस अहलूवालिया ने बीजेपी नेतृत्व से दार्जिलिंग के अलावा पश्चिम बंगाल की ही किसी और से सीट चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. जीजेएमएम (गुरुंग गुट) और जीएनएलएफ ने पहले ही बीजेपी को बता दिया कि वे उन्हें फिर से उम्मीदवार के रूप में नहीं चाहते हैं.
बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राजू सिंह बिष्ट दार्जिलिंग सीट से बीजेपी के उम्मीदवार होंगे. एसएस अहलूवालिया ने अमित शाह को लिखे पत्र में दार्जिलिंग से चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई है. उन्होंने कहा है कि वह पश्चिम बंगाल में किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गोरखा नेतृत्व के एक वर्ग का समर्थन हासिल किया है और वह इस सीट को बीजेपी से वापस लेने की कोशिश में जुटी हैं. बीजेपी इन गोरखा पार्टियों की मदद से यह सीट जीतती रही है.
दिग्गज नेता जसवंत सिंह रह चुके हैं यहां के सांसद
बीजेपी ने 2009 के लोकसभा चुनाव में मूल रूप से राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले जसवंत सिंह को यहां से टिकट दिया था. जसवंत सिंह पार्टी की उम्मीदों पर खरे उतरते हुए जीत हासिल किए थे.
बिहार और झारखंड से सांसद रह चुके हैं अहलुवालिया
2014 में लोकसभा सदस्य चुने जाने से पहले अहलुवालिया राज्यसभा में रहे हैं. इससे पहले वह कई बार बिहार और झारखंड से सांसद चुने जा चुके हैं. 1986-1992, 1992-1998, 2000-2002 और 2006-2012 में वह राज्यसभा सदस्य रहे. बीजेपी में शामिल होने से पहले अहलुवालिया कांग्रेस में थे. वह संसद की कई समितियों के सदस्य भी रहे हैं. अभी वह केंद्र सरकार में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री हैं.
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