केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को नाटक छोड़ने की नसीहत देने वाले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एमएलसी पर मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया हैं. बीजेपी के एमएलसी रजनीश कुमार के खिलाफ मुजफ्फरपुर के एसीजेएम-प्रथम की कोर्ट में दायर परिवाद में गिरिराज सिंह को अपमानित करने का आरोप लगाया गया हैं. कोर्ट ने मामले को स्वीकार कर लिया है. अब इस मामले की अगली सुनवाई 27 मार्च को होगी.
दरअसल, नवादा लोकसभा सीट कटने की वजह से केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह नाराज हैं, लेकिन उन्होंने अपनी नाराजगी खुलकर मीडिया के सामने जाहिर नहीं की और ये कहते रहे है, 'मैं कार्यकर्ता था, कार्यकर्ता हूं और कार्यकर्ता रहूंगा.
जब इस बात को बार-बार मीडिया में दोहराया गया, तो बीजेपी के एमएलसी रजनीश कुमार ने ट्वीट कर दिया. इसमें उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह को अब अपनी माया समेटकर नाटक बंद कर देना चाहिए और बेगूसराय आकर चुनाव लड़ने की तैयारी करनी चाहिए.
रजनीश कुमार की गिरिराज सिंह पर की गई यह टिप्पणी मुजफ्फरपुर के दामोदरपुर निवासी सिद्धांत सिंह को नागवार गुजरी और उन्होंने बीजेपी के एमएससी रजनीश कुमार पर केन्द्रीय मंत्री को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए परिवाद दायर कर दिया. इसको कोर्ट ने स्वीकार भी कर लिया हैं. शिकायतकर्ता के वकील राजीव कुमार ने बताया कि बीजेपी एमएलसी रजनीश कुमार के खिलाफ कोर्ट से अवमानना का मामला चलाने का आग्रह किया गया है.
शिकायतकर्ता के परिवाद को कोर्ट ने स्वीकार करते हुए भारतीय दंड संहिता यानी आईपीसी की धारा 504, 505 और 425 के तहत सुनवाई करने का फैसला किया है. हांलाकि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा अभी तक नहीं की है, लेकिन माना जा रहा है कि नवादा से सांसद और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को पार्टी नेतृत्व बेगूसराय से चुनाव लड़ने को कहेगा.
वहीं, गिरिराज सिंह नवादा से ही चुनाव लड़ना चाहते हैं. बताया जा रहा है कि नवादा लोकसभा सीट गठबंधन के तहत एलजेपी के खाते में चली गई है. इसके अलावा बेगूसराय लोकसभा सीट से बीजेपी के एमएलसी रजनीश कुमार चुनाव लड़ना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने काफी प्रयास भी किया, लेकिन गिरिराज सिंह का बेगूसराय से नाम आने से उनकी उम्मीदों पर पानी फेर गया. बेगूसराय लोकसभा सीट से बीजेपी का टिकट नहीं मिलने पर रजनीश कुमार ने कहा कि गिरिराज सिंह नाटक बंद कर दें और बेगूसराय आकर चुनाव लड़ें.
सुजीत झा