तेलंगाना की खम्माम (Khammam) लोकसभा सीट से 23 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. इस बार के लोकसभा चुनाव में इस सीट से 59 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे, जिनमें से सिर्फ 29 नामांकन पत्रों को चुनाव आयोग ने वैध पाया. इसके बाद 6 प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया. अब कुल 23 प्रत्याशी चुनाव मैदान में बचे हैं. यहां पहले चरण में 11 अप्रैल को वोटिंग होगी. इसके बाद 23 मई को मतगणना होगी और चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे.
भारतीय जनता पार्टी के टिकट से देवकी वसुदेव राव, तेलंगाना राष्ट्र समिति के टिकट से नामा नागेश्वर राव सीपीआई (एम) से वोडा वेंकट, कांग्रेस पार्टी के टिकट से रेनुका चौधरी, तेलंगाना युवा शक्ति से उमामहेश्वर राव चेरुकुपल्ली, एकीकृत संक्षेम राष्ट्रीय प्रजा पार्टी से कट्टा श्रीनिवास, तेलंगाना कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से गोपोजू रमेश बाबू, बहुजन मुक्ति पार्टी से नागेश्वर राव लकावथ, जनसेना पार्टी से नरला सत्यनारायण और पिरामिड पार्टी ऑफ इंडिया से वेंकटेश्वर राव चुनाव मैदान में हैं.
इसके अलावा अनिल कुमार मद्दीनेनी, अवुतापल्ली रामबाबू, कोपप्पुला श्रीनिवास राव, गुगुलोथू रमेश, गोकिनापल्ली वेंकटेश्वरलु, गोपागंनी शंकर राव, दुनुकु वेलद्री, परासगनी नागेश्वर राव, पलवांच रामा राव, बनाला लक्ष्मणाचारी, मुथयाम अर्जुन राजू, लक्ष्मा नाइक बनोथ और संजीवा राव नकिरिकांति बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं.
फिलहाल खम्माम लोकसभा सीट से वाईएसआरसीपी के पी. श्रीनिवास रेड्डी सांसद हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनावों में रेड्डी ने अपने करीबी प्रतिद्वंदी टीडीपी के नामा नागेश्वर राव को करीब 12 हजार वोटों के अंतर से हराया था. पी. श्रीनिवास रेड्डी को 35.67 फीसदी यानी 4 लाख 21 हजार 957 वोट मिले थे. वहीं, नागेश्वर राव को 34.66 फीसदी यानी 4 लाख 9 हजार 983 वोट हासिल हुए थे. इसके अलावा सीपीआई के के. नारायणा एक लाख 87 हजार 653 वोट हासिल करके तीसरे स्थान पर रहे.
साल 1952 में अस्तित्व में आई खम्माम लोकसभा सीट शुरुआत से ही कांग्रेस का मजबूत गढ़ रही है. यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार 12 बार चुनाव जीत चुके हैं. कांग्रेस के अलावा यहां से सीपीआई, टीडीपी, सीपीएम, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के भी प्रत्याशी जीतकर संसद पहुंच चुके हैं.
खम्माम लोकसभा सीट से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रेणुका चौधरी दो बार जीत हासिल कर चुकी हैं. यहां से सबसे ज्यादा लगातार तीन बार कांग्रेस की टी. लक्ष्मी कांतम्मा ने जीत दर्ज की थी. वो साल 1962 से लेकर 1977 तक इस सीट से सांसद रहीं. इस सीट से आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री जे. वेंगला राव भी चुनाव जीत चुके हैं. इसके अलावा आंध्र प्रदेश के ही एक और पूर्व मुख्यमंत्री एन. भास्करा राव भी यहां से सांसद रह चुके हैं.
खम्माम लोकसभा सीट तेलंगाना के खम्माम जिले में स्थित है. साल 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की करीब 74 फीसदी आबादी गांव है और 26 फीसदी आबादी शहर में रहती है. यहां 18.36 फीसदी अनुसूचित जाति और 19.42 फीसदी अनुसूचित जनजाति के लोग हैं. खम्माम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में विधानसभा सात सीटें आती हैं, जिनमें खम्माम, पालेयर, मधिरा, वायरा, साथुपल्ले, कोथागुडेम और असवारावपेटा विधानसभा सीटें शामिल हैं.
इनमें से तीन सीटों पर कांग्रेस, दो पर टीडीपी और एक सीट पर टीआरएस का कब्जा है. इसके अलावा एक निर्दलीय विधायक भी है. इनमें कांग्रेस के पास पालेयर, मधिरा और कोथागुडेम, टीडीपी के पास साथुपल्ले और असवारावपेटा और टीआरएस के पास खम्माम हैं. इसके अलावा वायरा विधानसभा से निर्दलीय विधायक हैं.
यहां पर पुरुषों के मुकाबले महिला वोटरों की संख्या ज्यादा है, लेकिन वोट करने के मामले में पुरुष महिलाओं से आगे हैं. यहां 14 लाख 40 हजार 289 वोटर हैं, जिनमें से 7 लाख 12 हजार 329 पुरुष और 7 लाख 27 हजार 960 महिला वोटर हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 82.65 फीसदी पुरुष और 81.62 महिला मतदाताओं ने वोट डाले थे.
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राम कृष्ण