कन्याकुमारी: डीएमके से बीजेपी ने छीनी थी सीट

 भारत के सुदूर दक्षिण में मौजूद कन्याकुमारी तमिलनाडु का सबसे बड़ा शहर है. यहां पर्यटन सबसे बड़ा व्यवसाय है.  यहां देवी कन्या कुमारी का मंदिर बहुत मशहूर है. तमिलनाडु में एआईएडीएमके और डीएमके के उलट यहां बीजेपी राजनीतिक तौर पर प्रभावशाली है.

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कन्याकुमारी (फाइल फोटो) कन्याकुमारी (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 5:15 PM IST

भारत के सुदूर दक्षिण में मौजूद कन्याकुमारी तमिलनाडु का सबसे बड़ा शहर है. यहां पर्यटन सबसे बड़ा व्यवसाय है.  यहां देवी कन्या कुमारी का मंदिर बहुत मशहूर है. तमिलनाडु में एआईएडीएमके और डीएमके के उलट यहां बीजेपी राजनीतिक तौर पर प्रभावशाली है. पी. राधाकृष्णन यहां से बीजेपी के सांसद हैं. 2009 में यहां से डीएमके को जीत मिली थी.

राजनैतिक पृष्ठभूमि

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कन्याकुमारी में पहली बार 2009 में लोकसभा चुनाव हुए थे. पहली बार यहां से डीएमके के जे. हेलेन डेविडसन को जीत मिली थी. लेकिन 2014 में बाजी पलटते हुए बीजेपी ने यहां जीत दर्ज की. तमिलनाडु की राजनीति में यह बीजेपी के लिए बड़ा मौका था. मोदी लहर का फायदा उठाते हुए पार्टी ने यहां जगह बनाई थी. पी. राधाकृष्णन यहां से मौजूदा सांसद हैं.

सामाजिक तानाबाना

कन्याकुमारी लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 1,178,047 हैं. इनमें 579,212 महिलाएं हैं और 598,835 पुरुष हैं.

विधानसभा सीटों का समीकरण

तिरुनेलवेली लोकसभा सीट के तहत छह विधानसभा सीटें आती हैं. ये हैं- कन्याकुमारी, कोलाचेल, किलयुर, नागरकोइल, पद्मनाभपुरम, विलावनकोड. यहां तीन विधानसभा सीटों पर डीएमके तो तीन पर कांग्रेस के कब्जे में है.

2014 का जनादेश

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी पी.राधाकृष्णन को जीत मिली थी. उन्हें 3,72,906 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के एच.वसंत कुमार रहे. उन्हें 2,44,244 वोट मिले थे.

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सांसद का रिपोर्ट कार्ड

बीजेपी के पी. राधाकृष्णन केंद्र में मंत्री हैं.

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