संसदीय समिति के सामने पेश हुए FB के अधिकारी, चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप रोकने की हिदायत

हाल के दिनों विभिन्न सोशल मीडिया मंच के गलत इस्तेमाल को लेकर सवाल खड़े  हुए हैं, ऐसे में सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति ने फेसबुक के अधिकारियों से मुलाकात की भारतीय परिपेक्ष्य में इसके गलत इस्तेमाल को लेकर चिंता जाहिर की.

Advertisement
अनुराग ठाकुर, बीजेपी सांसद (फाइल फोटो-पीटीआई) अनुराग ठाकुर, बीजेपी सांसद (फाइल फोटो-पीटीआई)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 06 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 6:00 PM IST

सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति ने बुधवार को फेसबुक के गलत इस्तेमाल पर चिंता जाहिर करते हुए इसके अफसरों से ठोस कदम उठाने को कहा. समिति ने फेसबुक के अधिकारियों से कहा कि ऐसे इंतजाम होने चाहिए कि समाज को विभाजित करने, हिंसा फैलाने, राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाली पोस्ट और विदेशी ताकतों द्वारा भारतीय चुनाव में हस्तक्षेप न किया जा सके.

Advertisement

सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष ने फेसबुक, व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम के अधिकारियों से मुलाकात की जानकारी देते हुए बताया कि हमने फेसबुक को समाज को विभाजित करने, वैमनस्य फैलाने, राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले पोस्ट और विदेश ताकतों द्वारा सोशल मीडिया मंच का गलत इस्तेमाल रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है.

ठाकुर ने बताया कि फेसबुक के अधिकारियों ने माना कि उन्हें इन मुद्दों पर सुधार करने की जरूरत है और वे इसके लिए तैयार हैं. उन्होंने बताया फेसबुक के अधिकारी चुनाव आयोग के संपर्क में रहेंगे और संबंधित मंत्रालयों द्वारा मिलने वाली सूचना के अनुसार काम करेंगे.

गौरतलब है कि इससे पहले संसद की स्थायी समिति के समक्ष ट्विटर के अधिकारियों को तलब किया था. लेकिन उपलब्धता न होने के कारण ट्विटर के बड़े अधिकारी पेश नहीं हो पाए. ट्विटर ने अपने कनिष्ठ अधिकारियों को संसदीय समिति के सामने पेश होने के लिए भेजा लेकिन समिति ने मिलने से इनकार करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को पेश होने के लिए 10 दिन का समय दिया.

Advertisement

25 फरवरी को ट्विटर के कॉलिन क्रॉवेल भी अनुराग ठाकुर की अध्यक्षता वाले पैनल के सामने पेश हो चुके हैं. पैनल ने ट्विटर अधिकारियों से, चुनाव आयोग के साथ मिलकर काम करने को कहा और उनसे तमाम मुद्दों को सुलझाने को कहा गया.

गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंता है. इससे पहले ट्विटर को अमेरिका और यूरोपियन यूनियन के सामने भी पेश होने के लिए कहा गया था. अमेरिकी चुनाव में भी सोशल मीडिया मंच के गलत इस्तेमाल को लेकर सवाल खड़े हुए थे. इस संबंध में रूस पर आरोप लगे थे उसने अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप किया. ऐसे में चुनावी साल में दुनिया के सबसे लोकतंत्र में भी सोशल मीडिया मंचों के गलत इस्तेमाल पर सवाल उठना लाजिमी है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement