कमलनाथ के प्रस्ताव पर दिग्विजय बोले- जहां से राहुल बोलेंगे वहां से लड़ेंगे चुनाव

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा मुश्किल लोकसभा सीटों पर लड़ने के प्रस्ताव ने दिग्विजय सिंह ने जवाब दिया है. दिग्विजय ने ट्विटर पर लिखा कि जहां से राहुल गांधी कहेंगे, वहां से ही वह चुनाव लड़ेंगे.

Advertisement
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 11:10 AM IST

लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में रणनीतियों पर मंथन जारी है. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है, यही कारण है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को राज्य की सबसे कठिन सीट से चुनाव लड़ने का न्योता दिया था. अब दिग्विजय सिंह ने भी उनके इस प्रस्ताव पर जवाब दिया है. दिग्विजय ने लिखा कि उन्होंने मुझे इसके लायक समझा इसके लिए मैं आभारी हूं.

Advertisement

सोमवार को दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा, ‘’धन्यवाद, कमलनाथ जी को जिन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया, उन्होंने मुझे इस लायक समझा मैं उनका आभारी हूं.’’

उन्होंने लिखा, ‘’मैं राघौगढ़ की जनता की कृपा से 1977 की जनता पार्टी लहर में भी लड़ कर जीत कर आया था. चुनौतियों को स्वीकार करना मेरी आदत है, जहां से भी मेरे नेता राहुल गांधी जी कहेंगे मैं लोक सभा चुनाव लड़ने तैयार हूं. नर्मदे हर’’.

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही मीडिया से बात करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया था.

कमलनाथ ने कहा था कि मैंने दिग्विजय सिंह से आग्रह किया है कि अगर वह चुनाव लड़ना चाहते हैं तो वह किसी कठिन सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ें. भोपाल और इंदौर जैसी लोकसभा सीटों की बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2-3 लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां से हम 30-35 साल से नहीं जीते हैं.

Advertisement

गौरतलब है कि अभी कांग्रेस की ओर से मध्यप्रदेश के लोकसभा उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया गया है. राज्य की 29 लोकसभा सीटों पर 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने 26 और कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी. भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी अभी उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया गया है.

2018 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, कांग्रेस के साथ कुछ अन्य दलों का समर्थन भी है. कांग्रेस ने यहां पिछले 15 साल से जारी भारतीय जनता पार्टी के साशन को मात दी थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement