मध्य प्रदेश की ग्वालियर लोकसभा सीट से कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया को उम्मीदवार बनाए जाने का प्रस्ताव कांग्रेस जिला इकाई ने पास कर दिया है. प्रियदर्शिनी राजे को लोकसभा चुनाव में उतारने का कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने समर्थन किया है.
हालांकि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने मध्य प्रदेश के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इस बीच ज्योतिरादित्य की पत्नी को एक बार फिर से लोकसभा चुनाव लड़ाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है. ग्वालियर ज़िला कांग्रेस ने रविवार को बैठक के दौरान ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शिनी सिंधिया को ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव पास कर दिया.
प्रस्ताव पास होने के बाद उसकी कॉपी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भी भेज दी गई है. स्थानीय कांग्रेस नेताओं की मानें तो ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से लोगों की जनभावनाओं का ध्यान रखते हुए सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित किया गया है.
बता दें कि घर होने के चलते ग्वालियर को सिंधिया परिवार का मज़बूत गढ़ माना जाता है, इसलिए जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया जहां गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से अपनी दावेदारी में लगे हैं तो वहीं उनकी पत्नी को ग्वालियर से खड़ा कर कांग्रेस 2 सीटों पर कब्ज़ा करना चाहती है. हालांकि कांग्रेस कार्यकर्तओं की पहली पसंद उनके महाराज यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया ही हैं, लेकिन ज्योतिरादित्य अगर गुना से ही लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो उनकी पत्नी को ग्वालियर से चुनाव लड़ाने की मांग कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की है.
कमलनाथ के मंत्रियों का समर्थन
इस बैठक में कमलनाथ सरकार में मंत्री इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर और लाखन सिंह यादव शामिल हुए. इन तीनों मंत्रियों ने भी ज़िला कांग्रेस के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि इलाके की जनता और कार्यकर्ताओं को ध्यान में रखते हुए प्रियदर्शिनी सिंधिया को ग्वालियर से लोकसभा का टिकट दिया जाए.
गौरतलब है कि ग्वालियर लोकसभा सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. यहां से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सांसद हैं और उन्हें पार्टी ने इस बार मुरैना संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है. ग्वालियर में बीते तीन चुनावों से बीजेपी के उम्मीदवार जीतते आ रहे हैं. हालांकि यह सीट सिंधिया राजघराने के प्रभाव वाली सीट मानी जाती है. यहां से वर्ष 1984 से 1998 तक माधवराव सिंधिया लगातार पांच बार चुनाव जीते हैं. इसके अलावा यशोधरा राजे सिंधिया ने वर्ष 2007 के उपचुनाव और वर्ष 2009 के चुनाव में ग्वालियर का प्रतिनिधित्व किया था.
चार चरण में होगा मतदान
मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों के लिए मतदान चार चरणों में 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई एवं 19 मई को होगा. राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से 29 अप्रैल को पहले चरण में 6 सीटों पर होंगे चुनाव होंगे, जिनमें सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा शामिल हैं. दूसरे चरण में 6 मई को सात सीटों पर चुनाव होंगे, इनमें टीकमगढ़, दमोह, सतना, होशंगाबाद, बैतूल, खजुराहो एवं रीवा शामिल हैं. तीसरे चरण में 12 मई को 8 सीटों पर चुनाव होंगे, जिनमें मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, भोपाल, सागर ,विदिशा एवं राजगढ़ शामिल हैं. वहीं चौथे चरण में 19 मई को 8 सीटों पर चुनाव होंगे. इनमें देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, इंदौर, धार, खरगौन एवं खंडवा शामिल हैं.
रवीश पाल सिंह