बदायूं में बोलीं मायावतीः योगी की पार्टी को ना 'अली' का और ना ही 'बजरंगबली' का वोट पड़ेगा

बदायूं में मायावती ने कहा कि इस चुनाव में जनता आरएसएस, पूंजीवादी, जातिवादी और द्वेष पूर्ण राजनीति करने वाली बीजेपी को लोग सत्ता से बाहर कर देंगे. इस बार केंद्र से बीजेपी की सत्ता चली जाएगी. चौकीदारी की इनकी नई नाटकबाजी भी नहीं चलेगी.

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बदायूं में मायावती ने कहा इस बार बीजेपी को 'अली' और 'बजरंगबली' का वोट नहीं पडे़गा बदायूं में मायावती ने कहा इस बार बीजेपी को 'अली' और 'बजरंगबली' का वोट नहीं पडे़गा

अशोक सिंघल

  • बदायूं,
  • 13 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 8:20 PM IST

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले यूपी में चुनावी रैलियों का जोर बढ़ गया है. समाजवादी पार्टी के निवर्तमान सांसद और गठबंधन के उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव के लिए बदायूं में साझा रैली करने आईं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि योगी की पार्टी को ना तो 'अली' का और ना ही 'बजरंगबली' का वोट पड़ेगा. इस बार केंद्र से बीजेपी की सत्ता चली जाएगी. इनकी जुमलेबाजी और नाटकबाजी चलने वाली नहीं है. वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि भगवान इनसे नाराज हैं और ये बच नहीं पाएंगे. भगवान हनुमान अपनी गदा लेकर खड़े हैं.

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अखिलेश यादव के साथ बदायूं में साझा रैली करने के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि इस चुनाव में जनता आरएसएस, पूंजीवादी, जातिवादी और द्वेष पूर्ण राजनीति करने वाली बीजेपी को लोग सत्ता से बाहर कर देंगे. इस बार केंद्र से बीजेपी की सत्ता चली जाएगी. चौकीदारी की इनकी नई नाटकबाजी भी नहीं चलेगी.

मायावती ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, 'योगी ने बजरंगबली और अली पर जो बयान दिया है उस पर मैं योगी आदित्यनाथ से कहना चाहती हूं कि जो बजरंगबली हैं वह भी हमारे हैं और अली भी हमारे हैं. यह दोनों अपने हैं. कोई गैर नहीं है. हमें अली भी चाहिए और बजरंगबली भी चाहिए. बजरंगबली इसलिए भी चाहिए कि वह दलित जाति से जुड़े हैं और उनकी जाति भी योगी आदित्यनाथ ने ही खोजी है.' उन्होंने आगे कहा, 'बजरंगबली दलित और बनवासी जाति के हैं. योगी की मैं आभारी हूं हमारे वंशज के बारे में जानकारी निकालने के लिए. अली और बजरंगबली के गठजोड़ से अच्छा नतीजा निकलेगा. इस गठजोड़ में पिछड़े समाज के दुखी और वंचित लोग भी जुड़े हैं. केंद्र की गलत नीतियों से लोगों में खासा गुस्से है.

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रैली में मायावती ने कहा कि यूपी में योगी की पार्टी को ना अली का वोट पड़ेगा और ना ही बजरंगबली का वोट. दलित कांग्रेस और बीजेपी का साथ छोड़ चुका है. उन्होंने कहा कि राज्य में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और अजीत सिंह की पार्टी का जो गठबंधन है आप सब लोग उसको कामयाब बनाएं.

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस लंबे समय तक केंद्र और राज्य में सत्ता में रही, लेकिन गरीबों और किसानों के लिए कुछ नहीं किया. वंचितों के लिए कुछ नहीं किया. अपनी गलत नीतियों के कारण ही कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई और अब बीजेपी आम आदमी विरोधी कार्य कर रही है. इसलिए उसके भी दिन अब चले गए.

समाज बांटकर राज करना चाहती है बीजेपीः अखिलेश

मायावती के साथ साझा रैली करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के लोग समाज को बांटकर राज करना चाहते हैं. बीजेपी के लोग नफरत की खाई पैदा कर रहे हैं. जिस तरह अंग्रेजों ने हमें आपको बांटा और राज किया, उसी तरह बीजेपी के लोग समाज को बांटकर राज करना चाहते हैं. अखिलेश यादव ने सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के समर्थन में आयोजित एक रैली में कहा, 'यह चुनाव नफरत की दीवार को गिराने का चुनाव है. आपस में भाईचारा बढ़ाने का चुनाव है.'

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गठबंधन की इस रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ मंच साझा करते हुए अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा और कहा, 'हमारे बीच में कभी चाय वाला बनकर आए थे और अब कह रहे हैं कि हम चौकीदार बनकर आ रहे हैं. इस बार चौकीदार की चौकी छीनने का काम करना है. उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधते हुए कहा, 'हमारे बाबा मुख्यमंत्री के बारे में मायावती जी ने बता दिया कि उन्होंने भगवानों की भी जाति बता दी. बीजेपी का हर नेता हमारे-आपके भगवान हनुमान जी की जाति बता रहा था. इस बार भगवान इनसे नाराज हैं. ये बच नहीं पाएंगे. भगवान हनुमान अपनी गदा लेकर खड़े हैं.

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