बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पार्टी का 'संकल्प पत्र' जारी करने के बाद देर शाम लखनऊ पहुंचे. शाह यहां अवध क्षेत्र की बैठक कर रहे हैं, जिसमें पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय एयरपोर्ट पहुंचे थे.
बता दें कि 'संकल्प पत्र' जारी करने के तुरंत बाद अमित शाह ने पार्टी के मार्गदर्शक मंडल के वरिष्ठ सदस्यों लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की थी. शाह ने पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं से अलग-अलग घर पर जाकर मुलाकात की थी.
अमित शाह ने दोनों वरिष्ठ नेताओं को संकल्प पत्र की प्रतियां दीं और 2019 लोकसभा के चुनावी माहौल पर चर्चा की. बता दें कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने इस बार इन दोनों वरिष्ठ नेताओं को लोकसभा चुनाव के मैदान में नहीं उतारा है. इस बात को लेकर दोनों नेता नाराज थे. अमित शाह के साथ संगठन महामंत्री रामलाल भी दोनों नेताओं से मुलाकात करने के लिए गए थे. सूत्रों की मानें तो अमित शाह ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनहोर जोशी से अलग से भी मुलाकात की.
सूत्रों के अनुसार, शाह ने मुरली मनहोर जोशी को संकल्प पत्र की प्रति देते हुए कहा कि लगभग 1991 से आप ही लोकसभा घोषणापत्र बनाते रहे हैं, इस बार हमने संकल्प पत्र तैयार किया है. अमित शाह ने जोशी को चुनावी माहौल के बारे में भी बताया और विश्वास व्यक्त किया कि बीजेपी इस बार फिर से पूर्ण बहुमत से जीत कर आएगी.
अमित शाह ने लालकृष्ण आडवाणी से लगभग एक घंटा की मुलाकात के दौरान उनसे चुनाव को लेकर चर्चा की. दरअसल इस बार बीजेपी ने गांधी नगर सीट से लालकृष्ण आडवाणी की अमित शाह को उम्मीदवार बनाया है. लालकृष्ण आडवाणी गांधी नगर लोकसभा सीट से छह बार सांसद रहे हैं. इसी तरह कानपुर से मुरली मनहोर जोशी की जगह यूपी सरकार में मंत्री सत्यदेव पचौरी को उम्मीदवार बनाया गया है. पार्टी ने फैसला किया है कि 75 साल से ज़्यादा उम्र के नेताओं को चुनाव महासमर में टिकट नहीं दिया जाएगा, इसलिए दोनों वरिष्ठ नेताओ की नाराजगी को ख़त्म करने की कोशिश अमित शाह ने की.
टिकट नहीं मिलने के बाद लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी स्थापना दिवस के एक दिन पहले एक ब्लॉग लिखा था. आडवाणी के उसी ब्लॉग का सहारा लेकर विपक्ष ने सरकार और बीजेपी नेतृत्व पर तीखा हमला किया. इस तरह टिकट कटने से मुरली मनहोर जोशी ने कानपुर के मतदाताओं को दो लाइन का संदेश देकर कहा था कि पार्टी महामंत्री रामलाल ने उनको कानपुर या कहीं और से चुनाव नहीं लड़ने को कहा है.
सूत्रों की मानें तो अमित शाह ने आडवाणी और जोशी से अपील की है कि दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेता इसलिए वो कोई भी विवादास्पद बयान न दें, जिससे विपक्ष के हाथ में बैठे-बिठाए कोई मुद्दा मिल जाए.
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हिमांशु मिश्रा