दिल्ली से दूर, बेटे को दोबारा PM बनता देखती एक भावुक, अह्लादित मां

नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद के रूप में शपथ ली. इसी दौरान पीएम मोदी की मां दिल्ली से दूर बैठकर अपने बेटे को दोबारा पीएम पद के रूप में शपथ लेते हुए देख खुशी के साथ तालियां बजा रही थी.

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नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार ली पीएम पद की शपथ नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार ली पीएम पद की शपथ

aajtak.in

  • अहमदाबाद,
  • 30 मई 2019,
  • अपडेटेड 9:39 PM IST

नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद के रूप में शपथ ली. इसी दौरान पीएम मोदी की मां दिल्ली से दूर बैठकर अपने बेटे को दोबारा पीएम पद के रूप में शपथ लेते हुए देख खुशी के साथ तालियां बजा रही थी.

अहमदाबाद में पीएम नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी टीवी पर अपने लाल को दोबारा प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेते हुए देख रही थी. इसी के साथ वो काफी खुश भी दिखाई दे रहीं थी.

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वहीं इससे पहले पीएम मोदी चुनाव में प्रचंड जीत के बाद मां से मिलने गुजरात गए थे. जहां पीएम ने पांव छूकर मां का आशीर्वाद लिया. लोकसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी अपनी मां से मिलने पहुंचे थे. लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में अपना वोट डाला. पीएम मोदी खुली जीप में पोलिंग बूथ पर वोट डालने पहुंचे. हालांकि वोट डालने से पहले उन्होंने अपनी मां हीराबेन से आशीर्वाद लिया. नरेंद्र मोदी ने मां से मुलाकात की, जहां हीराबेन ने पीएम मोदी आशीर्वाद दिया. साथ ही हीराबेन ने पीएम मोदी महाकाली माता की चुनरी भी उपहार के तौर पर दी.

परिवार को बुलावा नहीं

हालांकि प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में देश-दुनिया के 6,000 दिग्गजों को आमंत्रित किया गया है लेकिन उनके परिवार को ही आमंत्रित नहीं किया गया है. पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में उनके परिवार का कोई भी व्यक्ति शामिल नहीं हुआ.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहन वसंतीबेन ने शपथ ग्रहण समारोह के मुद्दे पर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में परिवार के किसी भी व्यक्ति को आमंत्रित नहीं किया गया है. इससे पहले भी जब नरेंद्र मोदी ने 2014 में शपथ लिया था तब भी परिवार का कोई व्यक्ति शामिल नहीं हुआ था.

वसंतीबेन ने कहा, 'जब नरेंद्र मोदी वडनगर आए थे तब उनसे मुलाकात हुई थी तब मैंने राखी बांधी थी. हमें शपथ ग्रहण का कोई आमंत्रण नहीं दिया गया. परिवार के किसी भी सदस्य को आमंत्रित नहीं किया गया है. उनका यह जीवन देश के लिए समर्पित है.'

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