अरानी में लोकसभा चुनाव के लिए 18 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. तमिलनाडु की 39 लोकसभा सीटों में से एक अरानी में मतदाता दूसरे चरण के मतदान के तहत अपने वोट का इस्तेमाल कर सकेंगे. कांग्रेस ने इस सीट से विष्णु प्रसाद एमके को टिकट दिया है. वहीं एआईएडीएमके ने यहां से वी.एलुमलाई को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी घोषित किया है. बसपा ने यहां से शिवप्रकाश के टिकट दिया है.
सीट का इतिहास
अरानी संसदीय क्षेत्र में दो बार ही चुनाव हुए हैं, जिसमें एक बार कांग्रेस को जीत मिली तो वहीं एक बार ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने जीत दर्ज की है. इस सीट पर 2014 लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके के उम्मीदवार वी. एलुमलाई ने डीएमके उम्मीदवार को 2,43,844 वोटों से हराया था. 2014 के चुनाव में अरानी लोकसभा सीट पर 80.02 फीसदी वोटिंग हुई थी. जिसमें एआईएडीएमके को 45.87%, डीएमके को 23.62% और कांग्रेस को 2.53 फीसदी वोट मिले थे. वहीं 2009 में कांग्रेस उम्मीदवार ने एडीएमके प्रत्याशी को हराकर सीट पर पहली बार हुए चुनाव में जीत हासिल की थी.
2014 का जनादेश
2014 लोकसभा चुनाव में अरानी संसदीय क्षेत्र के सांसद वी. एलुमलाई ने 2,43,844 वोटों से जीत हासिल की थी. उनका सीधा मुकाबला डीएमके प्रत्याशी आर. सिवानंदम से थे. एआईएडीएमके प्रत्याशी वी. एलुमलाई को 13,69,668 में से 5,02,721 वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वंदी और डीएमके उम्मीदवार को 2,58,877 वोट मिले थे. वहीं पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) को 2,53,332, कांग्रेस को 27,717 और बीएसपी को 5,573 वोट मिले थे. जबकि नोटा के हिस्से में सिर्फ 9,304 वोट आए थे. बता दें कि राज्य के 39 लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में से 37 पर एआईएडीएमके का कब्जा है. तमिलनाडु राज्य में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके के अलावा द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है.
सांसद वी. एलुमलाई की उम्र 63 साल है. उन्होंने मद्रास लॉ कॉलेज से बी.कॉम, बी.एल. की डिग्री हासिल की और पेशे से एडवोकेट हैं. किताबें पढ़ने और सामाजिक कार्य करने में उनकी खास रूचि है. वह मुफ्त चिकित्सा शिविरों का आयोजन करते रहे हैं. वहीं संसद में प्रदर्शन की बात करें तो सदन में उनकी उपस्थिति अच्छी रही है. वह 279 दिन सदन में उपस्थित रहे यानी उनकी 86.92 फीसदी उपस्थिति दर्ज की गई. जबकि सवाल पूछने और डिबेट्स में शामिल होने के मामले में उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा. उन्होंने सिर्फ 75 बहसों में हिस्सा लिया और महज 492 सवाल ही सदन में पूछे.
सांसद वी. एलुमलाई कई अन्य पदों पर कार्य कर चुके हैं. वह 2001 से 2006 तक राज्य विधानसभा, तमिलनाडु के सदस्य रहे. वहीं 2001 से 2002 कर तमिलनाडु विधानसभा में प्राक्कलन समिति के सदस्य रहे हैं. इसके अवाला 1 सितंबर 2014 से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस संबंधी स्थायी समिति के सदस्य भी हैं.
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देवांग दुबे गौतम