अनंतपुर लोकसभा सीट पर रेस में TDP MP का बेटा, YSR कांग्रेस दे रही टक्कर

2014 के आम चुनाव में मोदी लहर में इस सीट पर कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा और भाजपा समर्थक टीडीपी के उम्मीदवार जे सी दिवाकर रेड्डी ने 61 हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. आलम यह रहा कि कांग्रेस उम्मीदवार इस सीट पर वोटों के मामले में तीसरे नंबर पर खिसक गए. वर्तमान टीडीपी सांसद ने युवजन श्रमिक रिथु कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के अनंता वेंकटरमा रेड्डी को हराया. अनंता 2014 तक कांग्रेस पार्टी में शामिल रहे और 4 बार लोकसभा सांसद चुने गए. हालांकि, 2014 में उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ YSRCP का दामन थाम लिया था.

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चुनावी रैली में आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू (फोटो-twitter/JaiTDP) चुनावी रैली में आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू (फोटो-twitter/JaiTDP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 12:13 AM IST

आंध्र प्रदेश की अनंतपुर लोकसभा सीट इस बार मजेदार चुनावी मुकाबला देखने जा रहा है. 11 तारीख को यहां होने वाले मतदान के लिए टीडीपी, बीजेपी, कांग्रेस, वाईएसआर कांग्रेस अपनी-अपनी चुनौती पेश कर रहे हैं. नक्सल प्रभावित इलाका होने की वजह से यहां पर वामपंथी दलों का भी अच्छा प्रभाव है.

 2014 में इस सीट से टीडीपी चुनाव जीती थी. इस बार चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव जीतने वाले सांसद दिवाकर रेड्डी के बेटे पवन कुमार रेड्डी को मैदान में उतारा है. वाईएसआरसीपी ने इस सीट से तलारी रंगैया को टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस ने कंचम राजीव रेड्डी को मैदान में उतारा है. बीजेपी इस सीट से हमसा देवीनेनी पर दांव लगा रही है. इस सीट से जगदीश देवारगुडी कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के कैंडिडेट हैं. अब देखना होगा कि पवन रेड्डी पर एंटी एनकमबेंसी फैक्टर का असर पड़ता है, या फिर एक बार फिर जनता उन्हें अपना समर्थन देती है. हालांकि वाईएसआर कांग्रेस भी इस सीट पर कब्जे की जोर आजमाइश कर रही है.

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2014 के आम चुनाव में मोदी लहर में इस सीट पर कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा और भाजपा समर्थक टीडीपी के उम्मीदवार जे सी दिवाकर रेड्डी ने 61 हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. आलम यह रहा कि कांग्रेस उम्मीदवार इस सीट पर वोटों के मामले में तीसरे नंबर पर खिसक गए. वर्तमान टीडीपी सांसद ने युवजन श्रमिक रिथु कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के अनंता वेंकटरमा रेड्डी को हराया. अनंता 2014 तक कांग्रेस पार्टी में शामिल रहे और 4 बार लोकसभा सांसद चुने गए. हालांकि, 2014 में उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ YSRCP का दामन थाम लिया था.

1982 में एनटी रामाराव द्वारा तेलुगू देशम पार्टी की गठन के बाद भी इस सीट पर कांग्रेस का ही दबदबा रहा है, तब से अब तक हुए 9 आम चुनावों में 6 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की वहीं, 3 बार टीडीपी इस सीट को जीत सकी.

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बगावती तेवरों वाले रेड्डी

अपने बगावती तेवरों के लिए जाने जाने वाले अनंतपुर के सांसद ने उस समय सबको चौंका दिया था जब उन्होंने कहा था कि वह पूरे राजनीतिक व्यवस्था और पार्टी से ऊब चुके हैं. इसलिए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान में संसद में नहीं रहेंगे. यह वही समय था जब उन्हीं की पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था.

2017 में की थी इस्तीफे की पेशकश

यही नहीं, सितंबर 2017 में रेड्डी एक बार फिर सुर्खियों में आए जब उन्होंने अपने वादों को पूरा करने में असफल रहने की बात कहकर सांसद पद से इस्‍तीफा देने की घोषणा कर डाली. इस दौरान उन्‍होंने कहा था कि सांसद के तौर पर जिले में अपने वादों को पूरा करने में असफल रहने के कारण मैंने इस्‍तीफा देने का फैसला किया है. हालांकि, उन्होंने ऐसा नहीं किया.

‘पीएम बनने के लिए राहुल की शादी ब्राह्मण लड़की से करवाएं’

अनंतपुर से सांसद रेड्डी 2014 के आम चुनाव से पहले कांग्रेस के टिकट पर 6 बार विधायक बने. हालांकि, 2014 के आम चुनाव से पहले ही उन्होंने अपना पाला बदला और टीडीपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़कर लोकसभा पहुंचे. रेड्डी साल 2011 में प्रोटेम स्पीकर रह चुके हैं. रेड्डी उस समय एका एक चर्चा में आए थे जब उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने सोनिया गांधी को सुझाव दिया था कि वो अपने बेटे राहुल गांधी की शादी एक ब्राह्मण लड़की से करवाएं ताकि वह प्रधानमंत्री बन सकें.

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एयरपोर्ट पर हंगामे के बाद हवाईयात्रा पर लगी रोक

इसके अलावा दिवाकर रेड्डी साल 2017 के जून में भी एयरपोर्ट पर हंगामा करने को लेकर विवादों में रहे थे. तब एयरपोर्ट पर लेट पहुंचने के कारण सांसद को फ्लाइट पर जाने की इजाजत नहीं दी गई थी, जिसके बाद वह आगबबूला हो गए थे और वहां तोड़फोड़ तक कर डाली थी. उनके इस बुरे व्यवहार की वजह से उन्हें 7 एयरलाइन्स ने यात्रा करने पर रोक लगा दी थी. हालांकि, बाद में इस प्रतिंबध को हटा लिया गया.

सांसद निधि का खर्च

अनंतपुर लोकसभा सीट के लिए सांसद निधि के तहत 25 करोड़ की राशि निर्धारित की गई है. जिसमें से केंद्र द्वारा 7.5 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई. हालांकि, 74 वर्षीय सांसद दिवाकर रेड्डी ने अपने क्षेत्र के विकास कार्यों के क्रियानवयन के लिए 17.62 करोड़ रुपये की राशि का की मांग की, जिसमें से उन्हें 12.66 करोड़ रुपये की मंजूरी मिल भी गई. लेकिन वो खर्च करने के मामले में काफी पीछे रहे. उन्होंने महज 4.65 करोड़ रुपये की राशि क्षेत्र के विकास कार्यों में खर्च किया.

संसद में राव का जबरदस्त प्रदर्शन रहा

कर्नाटक विश्वविद्यालय से बायोलॉजी से बीएससी की पढाई कर चुके अनंतपुर के सांसद रेड्डी ने संसद के 18 बहसों में शामिल होकर 320 से ज्यादा सवाल पूछे. इस दौरान संसद में रेड्डी की मैजूदगी 75 फीसदी रही. हालांकि, उनकी यह मौजूदगी आंध्र के सांसदों के औसत 77 फीसदी से 2 फीसदी कम है.

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अनंतपुर लोकसभा सीट पर वोटों का समीकरण

15 लाख से ज्यादा वोटों वाले अनंतपुर में 2014 में हुए आम चुनावों में 12 लाख से ज्यादा लोगों ने वोट डाला था. इस लिहाज से यहां 78.41 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो कि 2009 के आम चुनाव से करीब 8 फीसदी ज्यादा थी. 2009 में 10 लाख से ज्यादा लोगों ने वोटिंग की थी. उस समय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े अनंथा वेंकटरमी रेड्डी ने 77 हजार वोटों के अंतर से टीडीपी के उम्मीदवार कलावा श्रीनिवासुलु को हराया था.

अनंतपुर लोकसभा में 7 विधानसभा

अनंतपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल 7 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें से एक विधानसभा सीट (सिंगनामला) एससी के लिए आरक्षित है, वहीं 6 अन्य सामान्य सीटें हैं. अनंतपुर लोकसभा क्षेत्र में सिंगनामला के अलावा रायदुर्ग, उर्वाकोंडा, गुंतकल, तड़पटरी, अनंतपुर अर्बन और कल्याणदुर्ग विधानसभा सीटें शामिल हैं.

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