ईवीएम और वीवीपैट पर EC की गाइड लाइन न आने पर AAP करेगी आंदोलन

आम आदमी पार्टी  सांसद संजय सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग ने गाइड लाइन जारी करने का भरोसा दिलाया था. लेकिन काउंटिंग शुरू होने से पहले अगर गाइड लाइन नहीं जारी की जाएगी तो आंदोलन किया जाएगा.

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ईवीएम पर आंदोलन (फाइल फोटो- संजय सिंह) ईवीएम पर आंदोलन (फाइल फोटो- संजय सिंह)

पंकज जैन

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  • 21 मई 2019,
  • अपडेटेड 1:27 PM IST

आम आदमी पार्टी(AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 23 मई को लोकसभा चुनाव की काउंटिंग से पहले चुनाव आयोग द्वारा गाइड लाइन जारी न होने पर आंदोलन का रास्ता अपनाने का ऐलान किया है. अगर चुनाव आयोग 23 मई से पहले ही गाइड लाइन जारी नहीं करता है तो आम आदमी पार्टी आंदोलन करने की तैयारी में है.

संजय सिंह ने आजतक से हुई खास बातचीत में चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, 'राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से लिखकर कहा था कि वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल(वीवीपैट) की पर्चियों और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन(ईवीएम) में कोई मिस मैच होता है, या दोनों के वोट में मिसमैच और गड़बड़ी पाई जाती है तो आगे की गाइड लाइन क्या है? साथ ही यह भी पूछा गया था कि क्या ऐसी अनियमितताएं सामने आने के बाद उस क्षेत्र का चुनाव रद्द कराया जाएगा. क्या उस क्षेत्र का चुनाव रद्द कराया जाएगा.

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AAP नेता संजय सिंह ने कहा, 'चुनाव आयोग ने गाइड लाइन जारी करने का भरोसा दिलाया था. लेकिन काउंटिंग शुरू होने से पहले अगर गाइड लाइन नहीं जारी की गई कि वीवीपैट और ईवीएम मशीन के वोट में मिस मैच पाए जाने पर आगे क्या करना है, फिर क्या ईवीएम मशीन की गड़बड़ी का आरोप अगर सही भी हुआ तो कोई कार्रवाई होगी या नहीं होगी? आप नेता ने कहा कि अगर चुनाव आयोग से इस संबंध में दिशा-निर्देश नहीं जारी किए जाएंगे तो उनकी पार्टी आंदोलन करेगी.

संजय सिंह लोकसभा चुनाव 2019 की शुरुआत से ही लगातार ईवीएम मुद्दा उठाते रहे हैं. इस चुनाव में ईवीएम की अदलाबदली पर लगातार विपक्ष सवाल खड़े करते आ रहा है.

विपक्षी पार्टियां मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वीवीपैट के मामले में चुनाव आयोग से मिलने की तैयारी में हैं. इस अभियान की अगुआई आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) चीफ चंद्रबाबू नायडू कर रहे हैं. ईवीएम में कथित गड़बड़ी को लेकर वे काफी दिनों से चुनाव आयोग से शिकायत करते रहे हैं. उन्होंने सोमवार को भी अपना विरोधी स्वर तेज रखा और कहा कि 'राजनीतिक दल ईवीएम की सुरक्षा में लगे हैं क्योंकि ऐसी अफवाह है कि फ्रीक्वेंसी की मदद से ईवीएम में स्टोर डेटा को बदला जा सकता है.'

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इस संबंध में जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी ट्वीट कर ईवीएम की अदलाबदली पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि उनके पास पुख्ता सबुत हैं कि ईवीएम बदले जा रहे हैं. चुनाव आयोग से उन्होंने इस संबंध में शिकायत भी की है.

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