केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और प्रमुख विपक्ष की भूमिका में बैठी कांग्रेस हाल में हुए विधानसभा चुनावों, उपचुनावों और राज्यसभा चुनावों के नतीजों का हवाला देते हुए दावा कर रही है कि 12 मई को कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों में उसका पलड़ा भारी है. वहीं कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में है और बीजेपी प्रमुख विपक्ष की भूमिका में है.
आगामी चुनावों से पहले 'कर्नाटक का किंग कौन?' जानने के लिए देश का सबसे बड़ा न्यूज चैनल 'आजतक' लेकर आया है सबसे बड़ा ओपिनियन पोल. किसकी बनेगी सरकार और कौन बैठेगा विपक्ष समेत जानें कई अहम राजनीतिक सवालों के जवाब.
यह ओपिनियन पोल इंडिया टुडे ग्रुप और कार्वी इनसाइट्स द्वारा कर्नाटक की सभी 224 विधानसभा सीटों पर कराए गए सघन सर्वे पर आधारित है. इस सर्वे के लिए कुल 27,919 लोगों का इंटरव्यू किया गया जिसमें 62 फीसदी ग्रामीण और 38 फीसदी शहरी इलाकों के लोग शामिल हैं.
इस सर्वे के लिए पोलिंग बूथ का चयन वैज्ञानिक आधार पर किया गया और दाहिने हाथ नियम पर परिवारों का चयन किया गया. वहीं सर्वे के काम को 17 मार्च 2018 से लेकर 5 अप्रैल 2018 तक पूरा किया गया.
लाइव अपडेट्स देखते रहें...
- इंडिया टुडे सर्वे के मुताबिक यदि आज कर्नाटक में चुनाव कराए जाएं तो किस पार्टी को कितनी सीट मिलेगी. सर्वे के मुताबिक आज चुनाव की स्थिति में कांग्रेस को 90 से 101 सीट और बीजेपी को 78 से 86 सीट मिलने की संभावना है. वहीं जेडीएस को 34-43 सीट मिलने की संभावना है.
- सर्वे में शामिल एक अहम सवाल कि क्या राहुल गांधी द्वारा कर्नाटक में मंदिरों में दर्शन के लिए जाने से बीजेपी के हिंदुत्व को चुनौती मिलेगी और इसका फायदा कांग्रेस पार्टी को चुनावों में होगा? इस सवाल के जवाब में 42 फीसदी लोगों का मानना है कि कांग्रेस को राहुल गांधी के मंदिर जानें का फायदा मिलेगा वहीं 35 फीसदी का दावा है कि इस कदम से कांग्रेस को कोई राजनीतिक लाभ नहीं होगा. हालांकि 23 फीसदी लोगों ने इस सवाल पर कोई राय नहीं दी है.
- सर्वे में पूछे गए सवाल कि किस पार्टी को आप सबसे भ्रष्ट मानते हैं के जवाब में 40 फीसदी लोगों का मानना है कि कांग्रेस सबसे भ्रष्ट पार्टी है वहीं 22 फीसदी लोग बीजेपी को भ्रष्ट मानते हैं. सर्वे में 9 फीसदी लोग जेडीएस को भ्रष्ट मानते हैं तो 8 फीसदी ऐसे भी हैं जिन्होंने इनमें से किसी को भ्रष्ट नहीं कहा है. हालांकि सर्वे में 20 फीसदी लोगों ने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया है.
- सर्वे के मुताबिक क्या हाल में सुप्रीम कोर्ट का कावेरी जल विवाद में आया फैसला कांग्रेस को चुनावों में मदद करेगा. इस सवाल के जवाब में 49 फीसदी का मानना है कि कोर्ट के फैसले से कांग्रेस को मदद मिलेगी वहीं 34 फीसदी का दावा है कि कांग्रेस को कोई मदद नहीं मिलेगी. इसके अलावा 17 फीसदी लोगों ने इस सवाल के जवाब में कोई राय नहीं दी.
- सर्वे में रेस्पोंडेंट से सवाल किया गया कि क्या लिंगायत कम्यूनिटी की अलग धर्म के तौर पर पहचान की मांग राज्य के चुनावों में अहम राजनीतिक मुद्दा बनेगा? इस सवाल के जवाब में 52 फीसदी लोगों का मानना है कि लिंगायत चुनाव में बेहद अहम मुद्दा रहेगा. वहीं 28 फीसदी का दावा है कि यह चुनावों में अहम मुद्दा नहीं रहेगा और लगभग 20 फीसदी लोगों ने इस सवाल के जवाब में कुछ नहीं कहा.
- 31 फीसदी लोगों ने कहा कि सिद्धारमैया का बतौर मुख्यमंत्री प्रदर्शन औसत रहा.मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अगले मुख्यमंत्री पद के सबसे प्रबल दावेदार है. सर्वे के मुताबिक 33 फीसदी लोगों का मानना है कि सिद्धारमैया अगले मुख्यमंत्री बनेंगे वहीं 26 फीसदी लोगों का मानना है कि बी एस यदुरप्पा राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे. हालांकि सर्वे के मुताबिक राज्य में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में बीजेपी में जगदीश शेट्टार, अनंत कुमार हेगड़े और सदानंद गौडा भी हैं.
- हालांकि कांग्रेस के अंदर बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सिद्धारमैया से कुछ नाराजगी भी है लेकिन अपने हाल के कुछ फैसलों से मुख्यमंत्री ने इन शिकायतों को दूर करने में कुछ दह तक सफलता पाई है. सर्वे के मुताबिक राज्य में लोग मौजूदा सरकार द्वारा सूखे की स्थिति में उठाए गए कदमों की सराहना कर रहे हैं.
- इंडिया टुडे सर्वे में लगभग 73 फीसदी लोग कांग्रेस सरकार द्वारा कन्नड को सभी स्कूलों में अनिवार्य भाषा बनाए जाने के फैसले के पक्ष में हैं. वहीं 59 फीसदी लोग सरकार द्वारा राज्य के लिए अलग झंडा बनाने के पक्ष में हैं.
- सर्वे के मुताबिक 50 फीसदी वोटरों का मानना है कि आगामी चुनावों में बीजेपी को अन्य राज्यों के चुनावों में मिली जीत का फायदा मिलेगा. वहीं 50 फीसदी लोगों का मानना है कि बीजेपी को फायदा इस बात से पहुंचेगा कि हाल में प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री पर 10 फीसदी कमीशन वाली सरकार का आरोप लगाया था.
राहुल मिश्र