बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए उत्तर प्रदेश से शराब पहुंच रही है. शराब माफियाओं के लिए सीमावर्ती इलाके मुफीद साबित हो रहे हैं, जहां से वे बिहार में एंट्री कर रहे हैं. शराब माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि उन्हें उत्पाद विभाग का भी डर नहीं हैं.
चुनावी सीजन को भुनाने के लिए शराब माफिया उत्पाद विभाग से भी टक्कर लेने के लिए तैयार हैं, ऐसा ही कुछ हुआ गोपालगंज में, जहां पीछा करने के दौरान शराब माफिया की गाड़ी ने उत्पाद विभाग की स्कॉर्पियो कार को क्षतिग्रस्त कर दिया और फरार हो गए.
यूपी से सटे गोपालगंज सीमावर्ती क्षेत्रों में चौबीस घंटे उत्पाद विभाग की नजर है. इसके बाद भी शराब माफिया उत्पाद विभाग को टक्कर देने के लिए तैयार हैं. हुआ कुछ ये कि उत्पाद विभाग की टीम को सूचना मिली कि यूपी से एक पिकअप गाड़ी भारी मात्रा में शराब लेकर बिहार की सीमा में प्रवेश कर रही है.
सूचना के बाद उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक अनूप कुमार की टीम सारण में गंडक नदी के किनारे बनी सड़क पर पहुंच गई. स्कॉर्पियो कार सवार उत्पाद विभाग की टीम ने यूपी से बिहार की सीमा में प्रवेश कर चुकी पिकअप गाड़ी को तेजी से आते हुए देखा.
उत्पाद विभाग की स्कॉर्पियो कार ने पिकअप को रुकवाने का प्रयास किया, लेकिन गाड़ी नहीं रुकी. इसके बाद टीम ने शराब माफिया की गाड़ी का पीछा करना शुरू कर दिया. बताया गया है कि छापेमारी दल की स्कॉर्पियो पीछा करते हुए जैसे ही गोपालपुर थाना के पुरखास गांव के समीप जीरो आरडी के पास पहुंची, तभी शराब माफिया की गाड़ी ने स्कॉर्पियो कार को जोरदार टक्कर मार दी.
टक्कर लगने से स्कॉर्पियो कार पलटने से बच गई. इस दौरान शराब माफिया की पिकअप गाड़ी मौके से फरार हो गई. वहीं टक्कर लगने से स्कॉर्पियो में सवार छापेमारी दल के अवर निरीक्षक अनूप कुमार और सोनू कुमार तथा सिपाही नीरज चोटिल हो गए. इस घटना की पुष्टि गोपालगंज उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने की है.
वहीं, उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार का कहना है कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए कई टीमों का गठन किया गया है. जैसे ही कहीं भी शराब तस्करी की सूचना मिलती है, तो उत्पाद विभाग टीम अपने काम में लग जाती हैं. यही कारण है कि आए दिन शराब की बड़ी खेपें बरामद हो रही हैं, साथ ही तस्करों की भी गिरफ्तारी भी की जा रही है. (इनपुट- सुनील कुमार तिवारी)
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