जमुई विधानसभा सीट: क्या आरजेडी के 'विजय' को रोक पाएंगी बीजेपी की श्रेयसी?

अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी और इंटरनेशनल शूटर श्रेयसी सिंह चुनाव लड़ सकती हैं. फिलहाल, इस सीट पर आरजेडी के विजय प्रकाश यादव का कब्जा है.

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आरजेडी विधायक विजय प्रकाश यादव (फाइल फोटो) आरजेडी विधायक विजय प्रकाश यादव (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 4:28 PM IST

बिहार की वीवीआईपी सीटों में से एक जमुई विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला रोचक रहने वाला है. जमुई लोकसभा सीट से ही एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान सांसद हैं. अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह की बेटी और इंटरनेशनल शूटर श्रेयसी सिंह चुनाव लड़ सकती हैं. फिलहाल, इस सीट पर आरजेडी के विजय प्रकाश यादव का कब्जा है. 

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जमुई विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास
इस सीट पर सबसे पहला चुनाव 1957 में हुआ था. इस चुनाव में सीपीआई के भोला मांझी और कांग्रेस के हरी प्रसाद शर्मा जीते थे. इसके बाद 1962 के चुनाव में कांग्रेस के गुरु राम दास जीते. इसके बाद इस सीट से त्रिपुरारी प्रसाद सिंह चार बार लगातार विधायक रहे. वह 1967, 1969, 1972 और 1977 में लगातार जीते. 1980 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी हरदेव प्रसाद जीतने में कामयाब हुआ. 1985 और 1990 के चुनाव में कांग्रेस के सुशील कुमार सिंह जीते. 1995 में जनता दल का खाता खुला और अर्जुन मंडल जीते.

इसके बाद 2000 में हुए उपचुनाव में जेडीयू के टिकट पर सुशील कुमार सिंह जीते. फिर 2000 के चुनाव में जेडीयू के ही नरेंद्र सिंह जीते. 2005-फरवरी में आरजेडी के विजय प्रकाश यादव में जीतने में कामयाब हुए, लेकिन 2005-अक्टूबर में जेडीयू के अभय सिंह ने उन्हें पटखनी दे दी. 2010 के चुनाव में जेडीयू के टिकट पर अजय प्रताप जीते. 2015 के चुनाव में आरजेडी के टिकट पर विजय प्रकाश यादव जीतने में कामयाब हुए.

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सामाजिक तानाबाना
सभी राजनीतिक दलों के लिए भी जमुई विधानसभा सीट प्रतिष्ठा की लड़ाई बनी हुई है. जमुई विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 91 हजार 994 मतदाता हैं. इस सीट पर अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या करीब 19 फीसदी है. 2015 के चुनाव में इस सीट पर करीब 57 फीसदी मतदान हुआ था.

2015 के चुनाव नतीजे
2015 के चुनाव में आरजेडी प्रत्याशी विजय प्रकाश यादव ने बीजेपी के अजॉय प्रताप को करीब 8 हजार वोटों से शिकस्त दी थी. विजय प्रकाश यादव को 66 हजार 577, जबकि अजॉय प्रताप को 58 हजार 328 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी रबिंद्र कुमार मंडल (8267 वोट) और चौथे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी अनिल कुमार सिंह (4094 वोट) पाकर रहे थे.

विधायक विजय प्रकाश यादव के बारे में
बिहार के पूर्व मंत्री और जमुई से विधायक विजय प्रकाश की गिनती आरजेडी के बड़े नेताओं में होती है. उनके भाई जय प्रकाश नारायण यादव आरजेडी के कद्दावर नेता हैं और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. 2015 के चुनावी हलफनाम के मुताबिक, विजय प्रकाश यादव पर तीन आपराधिक केस दर्ज है. उन्होंने एमए तक की पढ़ाई की है. उनके पास 2 करोड़ से अधिक की संपत्ति है और 21 लाख की देनदारी है.

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कौन- कौन है मैदान में?
राष्ट्रीय जनता दल- विजय प्रकाश
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी- अजय प्रताप
भारतीय जनता पार्टी- श्रेयसी सिंह

कब हुआ चुनाव? 
पहला चरण – 28 अक्टूबर
नतीजा – 10 नवंबर

कितने फीसदी मतदान?

जमुई विधानसभा सीट पर पहले चरण में मतदान हुआ था. इस दौरान 61.17 फीसदी लोगों ने वोट डाले थे.

 

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