पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल रॉय की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया है. मुकुल रॉय को अब तक केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से Y+ कैटेगरी की सुरक्षा मिलती थी, लेकिन अब उन्हें Z कैटेगरी की सुरक्षा दी जाएगी. इसका मतलब हुआ कि पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान मुकुल रॉय Z कैटेगरी सुरक्षा घेरे में होंगे. मुकुल रॉय साढ़े तीन साल पहले भाजपा में आए थे और इस बार चुनाव में भाजपा ने उन्हें कृष्णनगर उत्तर सीट से उम्मीदवार बनाया है.
कैसा होगा Z सिक्योरिटी का सुरक्षा घेरा?
मुकुल रॉय को इस वक्त सीआरपीएफ सुरक्षा दे रही है. Z कैटेगरी की सुरक्षा बढ़ने के बाद जवानों की संख्या बढ़ जाएगी. Z श्रेणी की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं. इनमें 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड वीआईपी के घर पर रहते हैं. 6 राउंड द क्लॉक पीएसओ, तीन शिफ्ट में आर्म्ड स्कॉर्ट के 12 कमांडो, 2 वाचर्स और 3 ट्रेंड ड्राइवर राउंड द क्लॉक मौजूद रहते हैं.
साढ़े तीन साल से मिली थी Y+ कैटेगरी की सुरक्षा
मुकुल रॉय पहले ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में थे. लेकिन 3 नवंबर 2017 को वो टीएमसी छोड़कर भाजपा में आ गए थे. भाजपा में आने के 48 घंटे के भीतर ही मुकुल रॉय को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दे दी गई थी. तब से ही उन्हें Y+ कैटेगरी की सुरक्षा मिल रही थी. लेकिन अब उन्हें Z कैटेगरी की सुरक्षा मिलेगी.
देश में करीब 230 VIP
9 मार्च को लोकसभा में दिए एक सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय ने बताया था कि इस वक्त देश के करीब 230 लोगों को केंद्र सरकार की तरफ से सुरक्षा दी जा रही है. इनमें करीब 40 लोग ऐसे हैं, जिन्हें Z+ कैटेगरी की सुरक्षा मिल रही है. VIP की सुरक्षा पर होने वाला खर्च केंद्र सरकार ही उठाती है.
जितेंद्र बहादुर सिंह