असम में तीसरे और आखिरी फेज की वोटिंग से पहले दो सरकारी कर्मचारियों को चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मामला बारपेटा जिले के चुनाव आयोग के दफ्तर का है. यहां से दो सरकारी कर्मचारी 55 लाख रुपए की चोरी करते पकड़े गए हैं. इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल पुलिस आगे की जांच कर रही है.
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, चोरी की ये घटना शनिवार यानी 3 अप्रैल की सुबह की है. जिसके बाद बारपेटा के पुलिस थाने में FIR दर्ज कराई गई. इस मामले में पुलिस ने दो सरकारी कर्मचारियों को कथित तौर पर 55 लाख रुपए की चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है. इनके पास से चोरी की गई रकम भी बरामद की जा चुकी है. पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए दोनों कर्मचारी चुनाव आयोग के दफ्तर में ही काम करते थे. इनमें से एक कम्प्यूटर ऑपरेटर था और दूसरा जूनियर असिस्टेंट के पद पर काम कर रहा था.
जो रकम चोरी की गई थी, वो 6 अप्रैल को होने वाली आखिरी फेज की वोटिंग के दौरान चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों पर खर्च होनी थी. पुलिस ने बताया कि 6 अप्रैल को असम में आखिरी फेज की वोटिंग होनी है. इस दौरान बारपेटा में जिन भी लोगों की चुनाव में ड्यूटी लगनी थी, उनके नाश्ते-पानी और खर्च के लिए ये 55 लाख रुपए 2 अप्रैल को विदड्रॉ किए गए थे. इन पैसों को इलेक्शन ऑफिसर के चैम्बर में रखा गया था. वहीं से ये पैसे चोरी हुए थे. पुलिस ने ये भी बताया कि चोरी की रकम शहर के 5 अलग-अलग ठिकानों से बरामद की गई है. फिलहाल मामले की आगे की जांच चल रही है.
तीन फेज में हो रहे हैं असम में चुनाव
असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव हो रहे हैं. पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च दूसरे चरण की वोटिंग 1 अप्रैल को हो चुकी है. 6 अप्रैल को तीसरे चरण में 40 सीटों पर वोटिंग होगी. 2 मई को नतीजे आएंगे. बहुमत के लिए 64 सीटें जीतनी जरूरी हैं.
असम में पिछली बार यानी 2016 विधानसभा चुनावों में भाजपा की सरकार बनी थी. उसे 60 सीटें मिली थीं. सहयोगी दलों को 26 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को 26 और AIUDF को 13 सीटें मिली थीं.
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