पिता से मिली सुपर 30 की प्रेरणा: आनंद

शिक्षा के मौजूदा परिवेश पर चर्चा के मद्देनजर बिहार में कमजोर वर्ग के छात्रों को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने वाली संस्था सुपर 30 के संचालक आनंद कुमार ने कहा कि उन्हें अपने पिता से इसकी प्रेरणा मिली.

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आनंद कुमार आनंद कुमार

शिक्षा के मौजूदा परिवेश पर चर्चा के मद्देनजर बिहार में कमजोर वर्ग के छात्रों को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने वाली संस्था सुपर 30 के संचालक आनंद कुमार ने कहा कि उन्हें अपने पिता से इसकी प्रेरणा मिली.

एक कार्यक्रम में यहां पहुंचे आनंद ने कहा कि उनके पिता शिक्षा के प्रति जागरूक थे और इसका महत्व जानते थे और उन्होंने शिक्षा के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया, यहां तक कि अपना घर, जमीन सब दांव पर लगा दिया. स्प्रिंग फीवर साहित्यिक आयोजन में शुक्रवार को आनंद ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि पैसे के अभाव के कारण पिता ने उन्हें हॉस्टल के बजाय किसी परिचित के यहां ठहराया.

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आनंद जानते थे कि उन्हें मौजूदा सीमित साधनों से ही जितना बेहतर हो सकता है, वह करना है. इसलिए उन्होंने पढ़ाई के दौरान ही ट्यूूशन देना शुरू कर दिया और अपने से एक क्लास नीचे के छात्रों को पढ़ाते रहे इसी से उन्होंने तय किया कि उन्हें बनना तो शिक्षक ही है.

पिता की अकस्मात मृत्यु के कारण कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी जाना छोड़ आनंद ने गरीब विधार्थियों के लिए सुपर 30 कोचिंग क्लास शुरू की और इस दिशा में निरंतर कार्यरत हैं, वर्तमान समय में 30 विद्यार्थियों का रहना खाना जो कि निशुल्क है, जिसमें उनका पूरा परिवार सहायता कर रहा है. आनंद ने बताया कि सुपर 30 की ख्याति से उन्हें कई बार राजनैतिक हमलों का शिकार भी होना पड़ा.

आनंद ने आईआईटी के बढ़े शुल्क का विरोध करते हुए मानव संसाधन मंत्रालय से अपील की कि शुल्क इस तरह न बढ़ाया जाए, क्योंकि यह गरीब छात्रों के साथ अन्याय है.

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