आदिवासी जिलों के 323 स्‍टूडेंट ने पास किए JEE और AIPMT एग्‍जाम

मध्यप्रदेश में सरकारी स्कूलों में पढ़ते हुए, आर्थिक अभाव से जूझाते हुए प्रदेश के 20 आदिवासी बहुल जिलों के 323 विद्यार्थियों ने इस वर्ष जे.ई.ई. और एम्स, ए.आई.पी.एम.टी. और ए.आई.पी.एम.टी.नीट में सफलता हासिल की है.

Advertisement
students students

BHASHA

  • भोपाल,
  • 11 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 12:13 PM IST

मध्यप्रदेश में सरकारी स्कूलों में पढ़ते हुए, आर्थिक अभाव से जूझाते हुए प्रदेश के 20 आदिवासी बहुल जिलों के 323 विद्यार्थियों ने इस वर्ष जे.ई.ई. और एम्स, ए.आई.पी.एम.टी. और ए.आई.पी.एम.टी. नीट में सफलता हासिल की है.

इनमें मंडला जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के 3 विद्यार्थियों ने नीट परीक्षा उत्तीर्ण की है. आधिकारिक तौर पर आज यहां बताया गया कि प्रदेश के 20 आदिवासी बहुल जिलों के 323 विद्यार्थी इस वर्ष जेईई, एआईपीएमटी, एम्स और नीट जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए हैं. इनमें से मंडला, झाबुआ, धार और छिंदवाड़ा जिले के 155 आदिवासी बच्चे शामिल हैं तथा मंडला जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के 3 विद्यार्थियों ने नीट परीक्षा उत्तीर्ण की है. इन तीनों बच्चों के परिवार मजदूर वर्ग के हैं.

Advertisement

सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाकर और आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के लिये की गयी विशेष शिक्षण व्यवस्था से यह परिणाम हासिल हुए हैं. वर्ष 2016-17 में जे.ई.ई. की परीक्षा में 250 छात्र-छात्राएं सफल हुए और एआईपीएमटी नीट में 73 विद्यार्थियों ने सफलता हासिल की. इनमें 21 अनुसूचित-जनजाति के विद्यार्थियों का आई.आई.टी. के लिये तथा शेष का एन.आई.टी. और अन्य प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज में चयन हुआ.

नीट में सफल 73 में से 55 विद्यार्थी अनुसूचित जनजाति वर्ग के हैं. इसके पहले वर्ष 2015-16 में आरक्षित वर्ग के 153 स्‍टूडेंट इन परीक्षाओं में सफल हुए थे. आदिवासी वर्ग के इन विद्यार्थियों की सफलता ने साबित कर दिया है कि मध्यप्रदेश के पिड़े, आदिवासी और अंदरूनी क्षेत्रों में भी शिक्षा का प्रकाश फैल रहा है. वहां बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं. इसी के अनुरूप सरकार भी उन्हें आवश्यक सुविधाएं और मदद उपलब्ध करवा रही है, जिसके चलते उनकी प्रतिभा परवान चढ़ रही है और राज्य सरकार के शिक्षा व्यवस्था सुधार के प्रयासों को पंख मिल रहे हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement