अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी पुलित्जर अवॉर्ड पाने वाले इकलौते राष्ट्रपति हैं. अपने चाहने वालों के बीच वो जैक केनेडी नाम से मशहूर थे. 29 मई 1917 को जन्मे केनेडी 43 साल की उम्र में 1961 में राष्ट्रपति बने, जबकि 22 नवंबर 1963 को राष्ट्रपति रहते हुए ही उनकी हत्या कर दी गई. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने जहाजों के कमांडर के तौर पर दक्षिण प्रशांत इलाके में अपनी सेवाएं दी थी. 1947 से 1953 तक वह मैसाचुसेट्स के 11वें जिले के प्रतिनिधि की भूमिका में रहे. इसके बाद उन्होंने अमेरिकी सीनेट में 1953-1960 तक काम किया.
केनेडी ने 1960 के राष्ट्रपति चुनाव में तत्कालीन उप राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को हराया और थियोडोर रूजवेल्ट के बाद दूसरे सबसे कम उम्र के अमेरिकी राष्ट्रपति बने. यही नहीं, वो 20वीं सदी में जन्म लेने वाले अपने देश के पहले राष्ट्रपति बने. केनेडी एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति हैं, जिन्हें पुलित्जर खिताब से नवाजा गया. उनके शासन के दौरान ही पिग्स की खाड़ी का अधिग्रहण, क्यूबा प्रक्षेपास्त्र संकट, बर्लिन की दीवार का निर्माण, वियतनाम युद्ध की शुरुआत और अपोलो स्पेस प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई, जिसके जरिए आगे चलकर मानव ने चांद पर कदम रखा.
साल 1963 के नवंबर महीने में टेक्सस के डलास में राष्ट्रपति केनेडी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस जुर्म के लिए ली हार्वी ऑस्वाल्ड पर आरोप लगाया गया और उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन इससे पहले कि उस पर मुकदमा चालाया जाता जैक रूबी ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. एफबीआई, वारेन कमीशन और इस हत्या की जांच के लिए बनी कमेटी ने आधिकारिक तौर पर यह निष्कर्ष निकाला कि ऑस्वाल्ड ही कैनेडी का एकमात्र हत्यारा था.
नहीं सुलझ सकी केनेडी की हत्या की गुत्थी
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी की हत्या को लेकर आज भी अलग-अलग धारणाएं बनी हुई हैं. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2017 में अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ़ केनेडी की हत्या से जुड़ी 2800 गोपनीय फाइलें सार्वजनिक करने का आदेश दिया था. कहा जा रहा है कि इस घटना से जुड़ी गोपनीय फाइलें जारी होने के बाद इस हत्या की गुत्थी सुलझ सकेगी. वैसे डोनाल्ड ट्रंप ने सुरक्षा कारणों से कुछ अन्य फाइलों को जारी करने से इनकार कर दिया है. यह सभी दस्तावेज 50 लाख पेजों में हैं.
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