नई शिक्षा नीति पर श‍िक्षामंत्री निशंक ने क्या कहा, पढ़ें Exclusive बातचीत

मानव संसाधन विकास मंत्री व श‍िक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि इस नई श‍िक्षा नीति से प्राथमिक और उच्च शिक्षा में बहुत बदलाव होंगे. नई शिक्षा नीति में ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा. पढ़ें- पूरी बातचीत.

Advertisement
मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोख‍रियाल निशंक मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोख‍रियाल निशंक

मंजीत नेगी

  • नई दिल्ली,
  • 30 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 9:17 PM IST

लम्बे इंतजार के बाद आखि‍रकार एक नई शिक्षा नीति लागू होने जा रही है. ऐसे में क्या माना जाए कि सालों से चली आ रही लॉर्ड मैकाले की शिक्षा नीति अब खत्म हो गई है और देश की अपनी शिक्षा नीति शुरू हो गई है. इस विषय पर शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आजतक से खास बातचीत की.

रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि अब बच्चे का रिपोर्ट कार्ड नहीं बनेगा, बल्क‍ि उसका प्रोग्रेस कार्ड होगा. स्कूलों की स्ट्रीम पर उन्होंने कहा कि छात्रों पर निर्भर करता है कि वो क्या विषय लेना चाहता है. अब वो इंजीनियरिंग के साथ संगीत भी ले सकता है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- स्कूली शिक्षा में 10+2 खत्म, 5+3+3+4 की नई व्यवस्था होगी लागू

उन्होंने कहा कि यह दुनिया की सबसे ज्यादा परामर्श के बाद बनी नीति है. छात्रों, शिक्षाविदों और आम लोगों से चर्चा होने के बाद शिक्षा नीति के ड्राफ्ट को फिर पब्लिक डोमेन में डाला गया. जिस पर करीब ढाई लाख से ज्यादा लोगों के सुझाव आए, उसके बाद यह नई शिक्षा नीति बनी है. स्कूली शिक्षा हो या उच्च शिक्षा दोनों में ही बड़े बदलाव किए गए हैं.

विशेषज्ञों के विश्लेषण के बाद उन्होंने सुझाव दिए कि बच्चे का मस्तिष्क 3 साल से लेकर 6 साल तक विकसित होता है. उस बच्चे को हम खेल-खेल में तमाम गतिविधियों के माध्यम से उसका सर्वांगीण विकास करेंगे. अब हमनें 5+3+3+4 फॉर्मेंट तैयार किया है. इसमें हम बच्चों को बुनियादी शिक्षा के जरिए उसका सर्वांगीण विकास करना चाहते हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें- 34 साल बाद आई भारत की नई शिक्षा नीति, स्कूल-कॉलेज की व्यवस्था में बड़े बदलाव

शिक्षा को रोजगार रोजगारपरक बनाने का निर्णय भी ऐतिहासिक है. अब उसकी प्रारंभिक शिक्षा उसकी मातृभाषा में होगी. भारत की 22 भारतीय भाषाएं हैं. अब छात्र अपनी भाषा में पढ़ेगा. पांचवीं तक मातृभाषा रखी गई है, लेकिन छठी क्लास से व्यवसायिक शिक्षा को शुरू किया है. उसमें इंटर्नशिप भी रखी गई है जब छठी से बारहवीं तक जाएगा तो वह कौशल विकास की तरफ आगे बढ़ेगा नई शिक्षा नीति में ऑनलाइन शिक्षा पर जोर दिया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement