IIT से पढ़ाई के बाद देसाई ने खोली थी कंपनी, अब मिलेंगे 136 अरब रुपये

भारतीय-अमेरिकी पति-पत्नी भरत देसाई और नीरजा सेठी ने अपनी आईटी कंपनी सिंटेल को फ्रेंच कंपनी एटोस को बेच दिया है और यह डील हुई है 3.4 बिलियन डॉलर यानी रुपये में.

Advertisement
भरत देसाई भरत देसाई

मोहित पारीक

  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 4:04 PM IST

भारतीय मूल के अमेरिकी पति-पत्नी भरत देसाई और नीरजा सेठी ने अपनी आईटी कंपनी सिंटेल को फ्रेंच कंपनी एटोस को बेच दिया है और यह डील हुई है 3.4 अरब डॉलर यानी 231.2 अरब रुपये में. इस कंपनी में दंपत्ति का 57 फीसदी हिस्सा था, जिसका मतलब ये है कि अब उन्हें कंपनी के पैसों से 2 अरब डॉलर यानी तकरीबन 136 अरब रुपये मिलेंगे.

Advertisement

बता दें कि देसाई का जन्म केन्या में हुआ और भारत में ही वो बड़े हुए. उसके बाद उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और टीसीएस में प्रोग्रामर के रुप में नौकरी करने के लिए 1976 में अमेरिका चले गए.

इस खास पहल से धरती को बचाने में लगी है 5 साल की ईहा

यहां काम करने के बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मिचीगान में एमबीए की पढ़ाई की. यहां उनकी सेठी से मुलाकात हुई और दोनों ने एक आईटी कंपनी खोली जबकि वे दोनों वहां पढ़ते रहे. उसके बाद देसाई और सेठी ने 1980 में सिंटेल की शुरुआत की. वे टीसीएस जैसी ही कंपनी बनाना चाहते थे.

हालांकि पहले कंपनी को खास फायदा नहीं हुआ और बाद में मुनाफा बढ़ता रहा. कहा जाता है कि दूसरी आईटी कंपनियों की तरह सिंटेल उतनी ग्रोथ नहीं कर पाई. इंफोसिस की शुरुआत सिंटेल के एक साल बाद हुई और उसका रेवेन्यू 10 अरब डॉलर से ऊपर है. ये सिंटेल से 10 गुना ज्यादा है.

Advertisement

IIT पास ये दो छात्र छत पर सब्जियां उगाकर कर रहे हैं मोटी कमाई

उसके बाद अमेरिका में लिस्टिंग के बाद कंपनी को ज्यादा फायदा हुआ और रैंक में उतार-चढ़ाव के साथ कंपनी आगे बढ़ती रही. पिछले साल कंपनी ने अच्छा फायदा किया था.

बता दें कि देसाई ने 2013 में दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, 'मैं हमेशा से खुद का बिजनेस चाहता था क्योंकि किसी के नियमों में बंधकर नहीं रह सकता. मैंने महसूस किया कि भविष्य में आईटी इंडस्ट्री की तेजी से बढ़ेगी जिसका फायदा उठाया जा सकता है.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement