जानिए दानदाता कारोबारी अजीम प्रेमजी के बारे में

अजीम प्रेमजी की कंपनी विप्रो को अमेरिका स्थित एथिस्फेयर इंस्टीट्यूट ने 2015 में, लगातार चौथे साल, विश्व की सर्वाधिक नैतिक कंपनी बताया है. अजीम प्रेमजी इंडिया टुडे की ऊंचे और असरदार लोगों की सूची में दसवें स्थान पर हैं.

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अजीम प्रेमजी अजीम प्रेमजी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 4:15 PM IST

अजीम प्रेमजी की कंपनी विप्रो को अमेरिका स्थित एथिस्फेयर इंस्टीट्यूट ने 2015 में, लगातार चौथे साल, विश्व की सर्वाधिक नैतिक कंपनी बताया है. अजीम प्रेमजी इंडिया टुडे की ऊंचे और असरदार लोगों की सूची में दसवें स्थान पर हैं.

जानें क्‍या हैं वजह:
क्योंकि
वे 2015 में चैरिटी के लिए 27,514 करोड़ रु. का दान देकर लगातार तीसरे साल भारत के सबसे बड़े कॉर्पोरेट दानकर्ता बनकर एक सफल कारोबारी की हैसियत से कहीं ऊपर उठ गए हैं.

क्योंकि उनकी निवेश कंपनी प्रेमजीइन्वेस्ट 50 से ज्यादा स्टार्ट-अप कंपनियों को वित्तीय सहायता दे चुकी है.

क्योंकि उनकी राय को सरकार और समाज में काफी महत्व दिया जाता है.

क्योंकि वे आइटी से कहीं आगे निकल चुके हैं और उन्होंने अमेरिका स्थित हेल्थप्लान सर्विसेज, अमेरिका की सेक्युरिटीज प्रोसेसिंग कंपनी वाइटोस और जर्मनी की सॉफ्टवेयर कंपनी सेलेंट एजी का अधिग्रहण कर लिया है.

क्योंकि उन्होंने कॉर्पोरेट गवर्नेंस का बहुत ऊंचा मानदंड स्थापित किया है, इसीलिए अमेरिका स्थित एथिस्फेयर इंस्टीट्यूट ने 2015 में, लगातार चौथे साल, विप्रो को विश्व की सर्वाधिक नैतिक कंपनी बताया है.

जीवन संगिनी के सरोकार उनकी पत्नी यास्मीन प्रेमजी इंटीरियर डिजाइनर हैं. इंटीरियर डिजाइनर होने के साथ-साथ वे लेखक और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की बोर्ड डायरेक्टर भी हैं. उनके दो बच्चे हैः रिशाद, जो विप्रो के मुख्य रणनीति अधिकारी हैं और तारिक, जो चैरिटी के मामलों को देखते हैं.

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