उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और इसरो के गगनयात्री शुभांशु शुक्ला के नाम पर नई छात्रवृत्ति योजना की घोषणा की है. यह योजना खास तौर पर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और संबंधित क्षेत्रों में पढ़ाई करने वाले मेधावी छात्रों को समर्पित होगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित शुभांशु शुक्ला के सम्मान समारोह में इस योजना का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि शुभांशु शुक्ला ने न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश का मान बढ़ाया है. उनके नाम पर शुरू की जा रही यह छात्रवृत्ति युवाओं को अंतरिक्ष अनुसंधान में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी.
शुभांशु शुक्ला हाल ही में Axiom-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर गए थे. वे 41 साल बाद अंतरिक्ष में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय बने.
नई छात्रवृत्ति योजना के तहत उत्तर प्रदेश के वे छात्र लाभान्वित होंगे जो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और रिसर्च जैसे विषयों में स्नातक, स्नातकोत्तर या शोध कर रहे हैं.
स्पेस टेक्नोलॉजी के विकास के दरवाजे खुलेंगे
सरकार का मानना है कि इस पहल से युवाओं को न सिर्फ बेहतर शैक्षिक अवसर मिलेंगे बल्कि देश के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन और भविष्य की अंतरिक्ष परियोजनाओं के लिए कुशल मानव संसाधन भी तैयार होंगे.
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्पेस टेक्नोलॉजी विकास के नए द्वार खोलने की अपार क्षमता रखती है. यह तकनीक हमें आगे बढ़ने और नई ऊंचाइयों को छूने के लिए निरंतर प्रेरित करती है. उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से हम जीवन को और सरल बनाने के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता बढ़ाने जैसे लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर सकते हैं.
सीएम ने बताया कि आज उत्तर प्रदेश में एक दर्जन से अधिक टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस में स्पेस टेक्नोलॉजी से जुड़े डिग्री कोर्सेज प्रारंभ किए गए हैं. इससे युवाओं को शोध और नवाचार का बेहतर अवसर मिलेगा और राज्य विज्ञान व तकनीक के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा.
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