Shanan Dhaka: सोशल मीडिया से दूर रहती हैं NDA के पहले महिला बैच की टॉपर, जानें कौन हैं शनन ढाका

Shanan Dhaka Success Story: शनन का कभी भी सोशल मीडिया अकाउंट नहीं रहा है. इसके बजाय वह अपनी छोटी बहन के साथ लुका-छिपी जैसे खेल खेलकर अपना खाली समय बिताती हैं. वह कहती है कि उन्‍होंने हमेशा फेसबुक या इंस्टाग्राम के बजाय दोस्तों से फोन कॉल पर जुड़ना पसंद किया.

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NDA Topper Shanan Dhaka NDA Topper Shanan Dhaka

aajtak.in

  • नई दिल्‍ली,
  • 27 जून 2022,
  • अपडेटेड 5:47 PM IST
  • NDA की पहली महिला बैच की टॉपर हैं ढाका
  • पिता और दादा भी दे चुके हैं सेना में सेवाएं

Shanan Dhaka NDA Topper: हरियाणा की 19 वर्षीय शनन ढाका ने इस साल नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) महिला बैच की प्रवेश परीक्षा में टॉप किया है. सेना की पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाली शनन ने कहा कि वह अपना जीवन अपने देश को समर्पित करना चाहती हैं और देश की सेवा करना चाहती हैं. उन्होंने एक सही रणनीति की मदद से कड़ी मेहनत और लगन से महज 40 दिनों के भीतर NDA की प्रवेश परीक्षा में टॉप किया और  अपने सपने को साकार किया.

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इंडिया टुडे एजुकेशन से बातचीत में वह कहती हैं, ''मेरा लक्ष्य देश के लिए किसी भी माध्यम से काम करना है, चाहे वह एनडीए हो या सिविल सेवक के रूप में काम करके.''

फौजी परिवार से है ताल्‍लुक
शनन एक फौजी पृष्ठभूमि से आती हैं. उनके दादा, चंद्रभान ढाका, एक सूबेदार थे और उनके पिता, विजय कुमार ढाका, सेना सेवा कोर सेनायब सूबेदार के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे. हरियाणा से ताल्लुक रखने वाला उनका परिवार जेंडर न्यूट्रल है और सेना की जीवनशैली उनके नियमित जीवन में शामिल है.

स्कूली शिक्षा और करियर 
महिला उम्मीदवारों को  NDA परीक्षा में बैठने की अनुमति देने के लिए निर्णय पारित होते ही शनन ने परीक्षा के लिए बैठने का मन बना लिया था. वह कहती हैं कि अगर एनडीए के लिए नहीं, तो वह सीडीएस या सिविल सेवा की तैयारी कर रही होतीं. वह स्‍कूल में भी मेधावी छात्रा रही हैं. शनन ने कक्षा 10 में 97.4% और कक्षा 12 में 98.2% नंबर प्राप्त किए थे. वह आर्मी पब्लिक स्कूल में अपने बैच से साइंस टॉपर भी बनी थीं. इसके बाद उन्होंने लेडी श्री राम कॉलेज, नई दिल्ली से स्नातक की डिग्री के लिए अपना नामांकन कराया.

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कैसे की परीक्षा की तैयारी
शनन ने 40-दिन की प्रिपरेशन स्‍ट्रैटजी तैयार की. उनके स्‍टडी प्‍लान में रोज़ पढ़ाई के लिए 5-6 घंटे शामिल थे और फिर परीक्षा से ठीक पहले अपने पढ़ाई के समय को दोगुना कर उन्‍होंने 12 घंटे कर दिया. वह कहती हैं कि अरिहंत प्रकाशन की 'पाथफाइंडर' बुक सीरीज़ ने उनकी तैयारी में खासी मदद की. 

उन्‍होंने महत्वपूर्ण विषयों की तैयारी के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल किया और उसके बाद NCERT की किताबें पढ़ीं. वह कहती हैं, ''मैंने कक्षा 11वीं और 12वीं कक्षा की NCERT की गणित की किताबों और कक्षा 9वीं और 10वीं की किताबों को साइंस के पाठ्यक्रम के लिए पढ़ा है.''

सोशल मीडिया से रखी दूरी
शनन का कभी भी सोशल मीडिया अकाउंट नहीं रहा है. इसके बजाय वह अपनी छोटी बहन के साथ लुका-छिपी जैसे खेल खेलकर अपना खाली समय बिताती हैं. वह कहती है कि उन्‍होंने हमेशा फेसबुक या इंस्टाग्राम के बजाय दोस्तों से फोन कॉल पर जुड़ना पसंद किया.

(नई दिल्‍ली से दिपाली जेना के इनपुट)

 

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