हवा से हल्का, चीनी के दाने से छोटा... ये है दुनिया का सबसे छोटा गोल्ड बैग! बनाने वाले कलाकार ने गंवा दी थी आंख

इकबाल सक्का बारीक चीजों को इत्मीनान से उकेरने वाले कलाकार हैं. वो बारीक चीजों को इत्मीनान से उकेरने वाले कलाकार हैं. इसके लिए उन्होंने अपनी एक आंख तक गंवा दी. इन दिनों डॉ. इकबाल सक्का 24 कैरेट सोने से बने छोटे बैग बनाने को लेकर चर्चा में है

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ये है चावल के दाने से छोटा सोने का छोटा-सा बैग ये है चावल के दाने से छोटा सोने का छोटा-सा बैग

सतीश शर्मा

  • उदयपुर ,
  • 03 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 4:39 PM IST

कहते हैं, मेहनत और श‍िद्दत के साथ कुछ भी किया जाए तो बड़ी से बड़ी बाधाएं भी बौनी हो जाती हैं. ऐसा ही करके दिखाया है उदयपुर के डॉ. इकबाल सक्का ने. उनका काम और कला के प्रति जुनून ऐसा है कि उम्र का पड़ाव भी उनको रोक नहीं पाया. 

वो बारीक चीजों को इत्मीनान से उकेरने वाले कलाकार हैं. इसके लिए उन्होंने अपनी एक आंख तक गंवा दी. इन दिनों डॉ. इकबाल सक्का 24 कैरेट सोने से बने छोटे बैग बनाने को लेकर चर्चा में हैं. इस छोटे बैग की लंबाई 0.02 इंच है. सक्का कहते हैं कि इसका आकार चीनी के दाने से भी छोटा है. ये कलाकृति अपने आप में ऐसी है कि ये अमेरिका के न्यूयॉर्क में बने दुनिया के सबसे छोटे हैंडबैग से भी सूक्ष्म है. 

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24 कैरेट सोने से बने इस छोटे से हैंडबैग का नाम तिरंगा हैंडबैग है. खास बात यह है कि डॉ. इकबाल सक्का ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है और हैंडबैग की नीलामी का निवेदन किया है. जिसकी राशि बाढ़ राहत कोष में देने की मांग भी की है. 

आंख की रोशनी चली गई, ऑपरेशन के बाद दिखने लगा
डॉ. इकबाल सक्का ने बताया कि हैंडबैग को 24 कैरेट सोने से बनाया गया है. इसे उन्होंने तीन दिन में बनाया और इस दौरान उसकी एक आंख की रोशनी चली गई. उसके बाद भी वह नहीं रुके और अपने काम को दूसरी आंख के सहारे पूरा किया। सक्का के अनुसार डॉक्टरों ने बताया कि छोटी चीज पर एक ही आंख से लगातार देखने के कारण रोशनी गई है. हालांकि ऑपरेशन के बाद फिर से दिखाई देने लगा है.  

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8 दिन में होने लगता है आंखों में दर्द
सक्का ने बताया कि जब इस तरह की महीन चीजों को बनाने का काम करते हैं तो अक्सर करीब एक सप्ताह तक आंखों में दर्द रहता है. वो कहते हैं कि इसके बाद भी उन्होंने सूक्ष्म हैंडबैग बनाया. इसको तोलने वाली मशीन पर भी रखा गया तो इसका कोई वजन नहीं बताया. आपको बता दें कि इससे पूर्व भी सक्का के नाम कई अवॉर्ड हैं. वे कई सुक्ष्म कलाकृतियां बनाकर उदयपुर का नाम दुनिया में रोशन कर चुके हैं. 

उदयपुर ने तोड़ा अमेरिका का रिकॉर्ड 
इससे पहले रिकार्ड बना था वो अमेरिका के न्यूयॉर्क के नाम था. न्यूयॉर्क अमेरिका की कला समूह एमएसएचएफ द्वारा केमिकल फोटो पोलीमराइजेशन और जेल केस से विश्व का सबसे छोटा मात्र जीरो पॉइंट 03 इंच का बैग बनाया था. इसका निर्माण मशीनों के माध्यम से हुआ था. जिसकी नीलामी हुई तो वह 54 लाख रुपए में बिका था. अब इस हैंडबैग का रिकॉर्ड उदयपुर में टूट चुका है.  

100 से ज्यादा रिकॉर्ड हैं सक्का के नाम
डॉ इकबाल सक्का लंबे समय से सोने की कई वस्तुएं बना रहे हैं. इन वस्तुओं पर उन्हें अब तक 100 से ज्यादा वल्र्ड रिकॉर्ड मिल चुके हैं. बड़ी बात तो यह है कि विश्व या देश स्तर पर कोई भी आयोजन हो, आपदा आए, स्पोट्र्स टूर्नामेंट होते हैं, उस अवसर पर वह कभी ट्रॉफी तो कभी उस अवसर से जुड़ी वस्तुएं बनाते हैं. अंतरराष्ट्रीय शिल्पकार डॉक्टर इकबाल सक्का ने बताया कि 24 कैरेट सोने का मात्र जीरो प्वाइंट 02 इंच से भी कम शक्कर के दाने से भी छोटा सोने का तिरंगा बैग बनाया है जो दुनिया का सबसे छोटा हैंडबैग है. 

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