IIT, NIT या IIM नहीं, यहां से बीटेक कर रही इशिका को Google ने दिया 83 लाख का पैकेज

हरियाणा की इशिका झा काो गूगल कंपनी में 83 लाख के पैकेज पर नौकरी मिली है. इतना अच्छा पैकेज हासिल करने वाली इशिता आईआईटी से नहीं बल्कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, भागलपुर में पढ़ रही हैं.

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Ishika Jha Ishika Jha

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:50 AM IST

देश में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की तैयारी करने के नाम पर सबसे पहले दिमाग में देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी, एनआईटी का खयाल आता है. इन बड़े संस्थानों में एडमिशन के लिए छात्र-छात्राएं कोचिंग लेते हैं. माता-पिता भी अपने बच्चों को यही सलाह देते हैं कि इन संस्थानों में एडमिशन लेने से भविष्य अच्छा होगा, लेकिन हरियाणा के गुरुग्राम की लड़की ने साबित कर दिया है कि अगर आपके अंदर प्रतिभा है तो आप कहीं से भी पढ़ाई करके कामयाबी हासिल कर सकते हैं.

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इशिका को गूगल से मिला 83 लाख का सैलरी पैकेज

देश के इन प्रतिष्ठित संस्थानों में से वाकई छात्र कुछ बनकर निकलते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि अन्य या निजी संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों के पास हुनर नहीं है. अगर विद्यार्थी में कुछ कर गुजरने की लगन हो तो उसकी सफलता के लिए बड़ा या छोटा संस्थान महत्वपूर्ण नहीं रहता. इसका उदाहरण हरियाणा की रहने वाल इशिका झा हैं, जिन्होंने कैंपस प्लेसमेंट से 83 लाख का जॉब ऑफर अपने नाम किया है. आइए उनकी इस प्ररेणादायक जर्नी के बारे में जानते हैं.

IIT, NIT, IIM नहीं यहां से पढ़कर पाया लाखों का पैकेज

हरियाणा की इशिका झा ने आईआई, एनआईटी या आईआईएम से नहीं बल्कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) भागलपुर से पढ़ाई की है, वे फिलहाल बीटेक थर्ड ईयर में हैं. उन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई हरियणा, गुरुग्राम के ब्लू बेल्स मॉडल स्कूल से की है. इशिका ने 96.6% अंकों के साथ 12वीं साइंस स्ट्रीम बोर्ड परीक्षा पास की थी.

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गूगल को भा गया इशिका का ये प्रोजेक्ट

इशिका ने गूगल में इंटरव्यू दिया और फाइन राउंड के लिए उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की मदद प्रोजेक्ट तैयार किया. उनका प्रोजेक्ट यह पता लगा सकता है कि जंगल में कब आग लगने वाली है. उनका ये कमाल का और फायदेमंद आइडिया सभी को पसंद आया और कंपनी ने उन्हें जॉब ऑफर कर दी. अब इशिका अपने तकनीकी ज्ञान को बढ़ावा देने और कोडिंग की दुनिया के महारत हासिल करने के लिए और मेहनत कर रही हैं. इशिका की कामयाबी सिर्फ उनकी स्किल नहीं बल्कि दूसरों से अलग उनकी सोचने की क्षमता भी है. वह अपने तकनीकी ज्ञान से दुनिया में हो रही परेशानियों को सुलझाने में मदद कर रही हैं. किसी बड़े आईआईटी या आईआईएम कॉलेज की छात्रा न होने के बावजूद इशिता ने कामयाबी हासिल की है.

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